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८०. भारतीय भाषाओं में कृष्ण काव्य -
सं०
- डा० भगीरथ मिश्र व विनय मोहन शर्मा
प्र० - - मध्यप्रदेश साहित्य परिषद्, भोपाल, १६८१
८१. महाभारत, ले० – प्रवर्तक शुक्लचंद जी म०
ले ०
८२. महाभारत ले० – सूर्य मुनि जी
८३. महाभारत, प्र० - गीता प्रेस, गोरखपुर
८४. महामात्य का साहित्य मण्डल और संस्कृत साहित्य में उसकी देन -- डा० भोगीलाल सांडेसरा
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प्रо
- जैन संस्कृति संशोधन मण्डल, वाराणसी
८५. रंगसागर नेमिफागू, ले० - सोमसुंदर सूरि
- भाग १, २
८६. रइधू साहित्य का आलोचनात्मक परिशीलन ले० – राजाराम जैन
८७. राजस्थानी साहित्य की गौरवपूर्ण परम्परा
८८. राजस्थानी वेलि साहित्य
जैन - परंपरा में श्रीकृष्ण साहित्य
ले० – अगरचंद जी नाहटा, प्र० - राधाकृष्ण प्रकाशन, दिल्ली, १६६७
ले ०. ० - डा० नरेन्द्र भानावत
प्र०—- राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर
१. वस्तुपाल का विद्या मंदिर, ले..
८६. राजस्थान का जैन साहित्य.
प्र० - प्राकृत भारती, जयपुर, वि० २०३४ ९०. राजस्थानी भाषा और साहित्य, ले० – - मोतीलाल मेनारिया
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- भोगीलाल सांडसरा
६२. वसन्त विलास
९३. वसुदेव हिण्डी, ले० - संघदास गणि
प्र० - जैन कल्चर रिसर्च सासायटी, बनारस, हिंदू युनिवर्सिटी पत्रिका नं० १६
सं० मुनि चतुरविजय, पुण्य विजय
प्र० - जैन आत्मानन्द सभा, भावनगर, १६३०
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