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0 जैन योग : सिद्धान्त और साधना [जैनागमों में अष्टांग योग का परिवद्धित संस्करण |
- प्रथमावृत्ति :
वीर निर्वाण संवत् २५०६ वि० सं० २०४० श्रावण ई० सन् १९८३ अगस्त
D प्रकाशक :
आत्म ज्ञानपीठ मानसा मंडी (पंजाब)
0 मुद्रक :
श्रीचन्द सुराना के निर्देशन में एन० के० प्रिंटर्स, आगरा
D प्राप्तिस्थान :
भारतीय विद्या प्रकाशन I, U.B. जवाहरनगर, बेंगलो रोड दिल्ली-110007
- मूल्य:
साधारण संस्करण ५०) रुपया मात्र पुस्तकालय संस्करण ८०) रुपया मात्र
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