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________________ खजुराहो का जैन पुरातत्व (११) “बिगिनिंग्स ऑफ जैन आइकानोग्राफी', संग्रहालय पुरातत्त्व पत्रिका ( लखनऊ ), अं० ९, जून १९७२, पृ० १-१४ । (१२) “यक्षिणी ऑव दि ट्वेन्टी-फोर्थ जिन महावीर", जर्नल ओरियण्टल इन्स्टिट्यूट ( बड़ौदा ), खं० २२, अं० १-२, सितम्बर-दिसम्बर १९७२, पृ० ७०-७८।। (१३) "सम माइनर जैन डिटीज-मातृकाज ऐण्ड दिक्पालज", जर्नल एम० __ एस० यूनिवसिटी आफ बड़ौदा, खं० ३०, अं० १, १९८१, पृ०७५-१०९। (१४) 'माइनर जैन डिटीज', जर्नल ओरियण्टल इन्स्टिट्यूट ( बड़ौदा ), खं० ३१, अं० ३, मार्च १९८२, पृ०. २७४-९०; खं० ३१, अं० ४, जून १९८२, पृ० ३७१-७८ । संकलिया, एच० डी०, (१) 'जैन आइकानोग्राफी', न्यू एण्टिक्वेरी, खं० २, १९३९-४०, पृ० ४९७-५२० । (२) 'जैन यक्षज ऐण्ड यक्षिणीज', बुलेटिन डंकन कालेज रिसर्च इन्स्टिट्यूट (पूना), खं० १, अं० २-४, १९४०, पृ० १५७-६८ । (३) 'जैन मान्युमेण्ट्स फाम देवगढ़', जर्नल इण्डियन सोसाइटी आव ओरियण्टल आर्ट, खं० ९, १९४१, पृ० ९७-१०४ । सरकार, डी० सी०, सेलेक्ट इन्स्क्रिप्शन्स, खं० १, कलकत्ता, १९६५ । सिक्दार, जे० सी०, . स्टडीज इन दि भगवतीसूत्र, मुजफ्फरपुर, १९६४ । स्मिथ, वी० ए०, वि जैन स्तूप ऐण्ड अदर एण्टिक्विटीज आव मथुरा, वाराणसी, ... १९६९ ( पुनर्मुद्रित )। हस्तोमल, जैन धर्म का मौलिक इतिहास, खं १, जयपुर, १९७१ । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002076
Book TitleKhajuraho ka Jain Puratattva
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMaruti Nandan Prasad Tiwari
PublisherSahu Shanti Prasad Jain Kala Sangrahalay Khajuraho
Publication Year1987
Total Pages204
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Art, & Statue
File Size10 MB
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