________________
१८८
१० - चालुक्यवंसो ( शो ) द्भव महणा थंभ (स्तंभ) १ ॥
प्रतिष्ठा स्थान- महावीर जिनालय -सभामंडप के बायीं ओर द्वितीय स्तम्भ पर उत्कीर्ण लेख
मुनि जयन्तविजय वही, लेखाङ्क ४६८
११ - (१) श्रीधर्मनाथ व्य० जूठा (२) श्रीशंभव पांची
(३) श्रीमहावीर व्य० झाला (४) श्रीशीतल श्रा० पूरी (५) श्रीवासुपूज्य व्य० मउठा (६) सुमति व्य० मेघा (७) श्रीमहावीर
(८) श्रीशांति मेढा
(९) श्रीमहावीर व्य ० चांपा
(१०) श्री विमल व्य ०
( ११ ) श्रीशांति श्रा० हा
( १२ ) श्रीशांति व्य० हाना जाला
(१३) श्रीशीतल श्रा०
पश्चिम भारत के जैन तीर्थ
ना
प्रतिष्ठास्थान - महावीर जिनालय - भमती की देहरी की मूर्ति पर उत्कीर्ण लेख
मुनि जयन्तविजय पूर्वोक्त, लेखाङ्क ४६९
अंतिम तीन लेखों में प्रतिष्ठा तिथि / मिति का कोई निर्देश
-
Jain Education International
नहीं है ।
वर्तमान में इस जिनालय का जीर्णोद्धार श्वेताम्बर जैनसंघ, बम्बई द्वारा सम्पन्न कराया गया है ।
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org