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सेवा में उपस्थित रहना — उवचिट्ठ (२७)
सेवा शुश्रुषा करना - पडिआगर (७४)
सोधना -- सोह (२७)
सोना - निवज्ज (१९) सुव, सुप्प (६३) से, सेम, सोअ (१४), कमवस, लिस, लोट्ट, सुअ
(१०५)
सौं
हुए कार्य को करके निवेदन करना - - पच्चप्पिण ( ७० ) स्तब्ध करना - णिट्ठह (१०१ ) स्तुति करना - पत्थ (३६) थु (७८) थव, थुण, थुअ (५६)
स्थापना करना —— थक्कव (५४) मि, णुम (१०७ ) स्पष्ट होना- - णिव्वड ( १०१ ) स्थिर होना -- थम्भ (५४) स्नान करना-- - अंगोहल (१४)
मज्ज (६५) सिणा (६२) अब्भुत, हा (१००) स्नेह करना - णिज्झ (५३) पणय (50) ferforer (ER) स्नेह पूर्वक पालन करना - लाल (८५) स्पर्श करना - आमुस (६२) संघट्ट (१५) संफुस ( ३६ ) देखो छूना स्फुट होना - फुट्ट (२५)
स्मरण करना - सुमर ( ८ ) सर (२६) स्वाद लेना - चक्ख पच्चोगिल (७१) साइज्ज (१४) आसाअ (१८)
(५१)
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प्राकृत वाक्यरचना बोध
स्वीकार करना — मन्न ( २७ ) अंगीकर (३४) पडिवज्ज (७७) पडसंधा (७८) पडिसुण (७९) संगच्छ (६५)
स्वेद का आना — सिज्ज (५२ ) ह
हंसी फूट पडना - मूर (१०३) गुंज, हस ( १०७ )
हजामत करना -- कम्म (१०२) हटना - पक्खिल (७४) हरण करना - हर (ε१) आलुंप (७)
हवा करना - वीअ (४४) वोज्ज (१०१) हांकना - हक्क ( १ )
हाथ आदि का काटना - विअंग ( ५० ) हाथी को कवच आदि से सजानागुड (४६)
हारना – पराजय (११) हिंसा करना -- अइवाअ (२५) हिंस (२६)
हिलना - आयंब (४२) फुर (६१) आहल्ल (६६) आयज्झ, वेव (१०५) देखो, कांपना हिलाना - धुव (५१) हिलोरना - आलोड (६७) हीन होना - हस (६१) : हुकम करना—सास (१७) हैरान करना — कयत्थ (४५) संताव (१६)
हैरान होना - किलेस (४७)
होना -- अस ( ११ ) भव (६३) हव, हो (११) हुव ( १०१ )
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