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प्राकृत वाक्यरचना बोध
चने की रोटी-चणग रुट्टिआ जो की रोटी-जवरुट्टिआ. डबल रोटी--अब्भूसो (सं) . परोठा-घयचोरी पूरी-पोलिआ फुलका-छप्पत्तिा बाजरे की रोटी-बज्ज रीरुट्टिआ बिस्कुट-पिट्ठगो (सं) मक्की की रोटी-मकायरुट्टिआ मोठ की रोटी---- मकुट्ठरुट्टिा मैदा- समिआ रोट-रोडगो रोटी--रुट्टिआ (दे०) बाटी-अंगार परिपाचिआ (सं)
वस्ती और मार्ग वर्ग (पाठ ६४) उपनगर--उवणयरं कुटिया-इरिया (दे०) गली-वीहि (स्त्री) गांव---गामो गुफा--गुहा, कफाडो (दे०) छोटी वस्ती-पल्ली (स्त्री) झोंपडी---झुपडा (दे०) प्रासाद-पासायो, बडा कस्वा-दोणमुहं व्यापारी नगर---पट्टणं पगडंडी--पद्धइ (स्त्री) मार्ग-मग्गो मुहल्ला-गोमुद्दा (दे०) राजधानी-रायहाणी शहर-णयरं बडेशहर-महाणयर सडक-रायमग्गो
हवेली-हम्मिओ (दे०)
वस्त्रवर्ग (पाठ ३६, ३७) अंगोछा---अंगपुंछणं ओवरकोट-बुहइया (सं) ऊनीवस्त्र---रोमजं, ओण्णेयं
ओढनी-- ओयड्ढी (दे०) कंचली (ब्लाउज)---कंचुलिआ कुर्ता-कंचुओ कोट-पावारो कोरावस्त्र-अणायवत्थं कौपीन---अवअच्छं (दे०) घाघरा-घग्घरं चड्डी-अद्धोरुगो, अड्ढोरुगो चादर-पच्छयो जोडे हुए वस्त्र-डंडी टोप-सिरताणं टोपी--सिरक्कं तकिया-उवहाणं दुपट्टा-उत्तरीयं, उत्तरिज्जं धोती---अहोवत्थं, कडिवत्थं धोयावस्त्र-धोअवत्थं पगडी--उण्हीसं पतलून--पतलूणो (स) पायजामा-पायजामो पेटीकोट---अंतरिज्जं पैट-अप्पईणं (सं) बूटेदार कौसंभवस्त्र-घट्टंसुओ मलय देश का सूक्ष्म वस्त्र-मलीरं मोटा वस्त्र---पत्थीणं रजाई---नीसारो (सं): ... रात्रिपौशाक-नत्तवेसो : रूमाल-~-पडपुत्तिया
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