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प्राकृत वाक्यरचना बोध
कडाही--कडाहा, कवल्लो कठौती--चुण्णमद्दणी (सं) कुर्ची-दव्त्री चमची-कडुच्छयो (दे०) चिमटा-संदंसो चुल्हा-चुल्ली चुल्हे का पिछला भाग-अवचुल्लो छाज-चिल्लं (दे.) डोयो-डोओ ढकना-पिहाणं तमेली--सुफणी (दे.) तवा-काहिल्लिआ (दे.) थाली थालिया, थाली, थालं प्लेट-सरावो (सं) संडासी-संडासं, संडासो हांडी-हंडिआ, कंदु ___ रसोई मसाला (पाठ १५) जीरा-जीरयो तेजपत्ता-तेजपत्तं धनिया-धाणा मसाला-बेसवारो मीर्च-मिरि राई-राइगा लवण-लोणं हल्दी-हलि द्दा, हलद्दी हींग-हिंगू
राजनीतिवर्ग (पाठ ८१) उपराष्ट्रपति–उवरटुवई (पुं) कलेक्टर-जिलाहीसो छावनी--छाणिया दूल-दूयो निर्वाचन--णिव्वागणं
नेता--अग्गणी प्रतिनिधि--पडिणिही (पु) प्रधानमंत्री--पहाणमंती (पु) प्रस्ताव पत्यावो मंत्री--मंती (पु) मुख्यमंत्री--- मुहमंती (पुं) राज्यपाल--- रज्जवालो राष्ट्रपति-रटुवई () विधानसभा--विहाणसहा विधायक-विहाअगो (सं) वोट-मयं संसद-संसया सदस्य---सब्भ (वि) सरपंच---गामाणी सेनापति-सेणावई (पु)
रेंगने वाले आदि प्राणी (८६) अजगर---अयगरो, अजगरो गिरगिट-सरडो गिलहरी-तिल्लहडी (दे०)
खाडहिला (दे०) गोह-गोधा छिपकली--घरोलिया, घरोली छुछंदर-छच्छंदरं, छच्छंदरो (दे०) नेवला-उलो मछली-मच्छो विच्छ-विच्छिओ सांप-सप्पो, भुयंगो
रोग (पाठ ८४, ८५) अंडकोश की वृद्धि-अंडवडढणं अस्थि में सोजन-विद्दही (पुं) (सं) आंधाशीशी--अवहेडगो आफरो ---गुदगुहो (सं) उदररोग-उदरं
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