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म०पु० हसावेसहि, हसावेससि हसा विहिहि हसावि हिसि उ०पु० हसावेस उ, हसावेस मि
हसा विहिर हसाविहिमि
एकवचन
पु०
हासिअ हासिआ, हासिओ
हासिउ
स्त्री० हासिआ हासिअ
नपुं० हासिउ, हासिअ हासिआ
एकवचन
हसाविअ, हसाविआ हसाविओ, हसावि स्त्री० हसाविआ, हसाविअ
हास (हास्य) अंग के भूतकाल के रूप
बहुवचन हासि हासि
५.
६.
प्राकृत बाक्यरचना बोध
हसावेस, हसावेसह, हसावेस इत्था हसा विहि, हसाविहि, हसाविइत्या हसावेस, हसावेसमो, हसावेसमु हसावेसम
हसाव ( हासय) अंग के
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हासिआ, हासिअ हासिआउ हासिअर, हासिआओ, हासिअओ हासिअ हासिआ, हासिअई
हासआई
हसाविआ, हसाविअ, हसाविआउ हसाविउ, हसाविआओ, हसाविअओ
नपुं० हसाविउ, हसविअ, हसाविआ हसाविअ, हसाविआ, हसाविअहं हसाविआई
एकवचन प्र०पु० हसिज्जइ, हसिज्जए म०पु० हसिज्जहि, हसिज्जसि हसज्ज उ०पु० हसिज्ज, हसिज्जमि
भूतकाल
होअ, होआटो ( भावय) अंग के रूप
प्रेरक में वर्तमानकाल विधि एवं आज्ञा, भविष्यकाल और भूतकाल के रूप हास और हसाव के समान होते हैं ।
भावकर्म
कर्तृवाच्य धातु + भाव प्रत्यय = भाव कमं धातु हस + इज्ज, इय हसिज्ज, हसिय
के रूप
बहुबचन
हसाविअ, हसाविआ
हसिज्ज (हस्य) वर्तमानकाल के रूप
बहुवचन हसिज्जहिं, हसिज्जन्ति, हसिज्जन्ते हसिज्जहु, हसिज्जह, हसिजित्था
हसिज्जहुँ, हसिज्जम, हसिज्जाम
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