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प्राकृत वाक्यरचना बोध
६० दस, दह (दशन् )शब्द ६१ वीसा (विशति) स्त्रीलिंग शब्द
एकवचन
बहुवचन प्र० दह, दस
वीसा
वीसाओ, वीसाउ, वीसा द्वि० दह, दस
वीसं
वोसाओ, वीसउ, वीसा तृ० दहहि, दहहिं, दहहिँ वीसअ, वीसाइ वीसाहि, वीसाहिं दसहि, दसहिं, दसहिँ वीसाए
वीसाहिँ पं० दहत्तो, दहाओ, दहाउ (शेष रूप माला शब्द की तरह)
दहाहिन्तो, दहासुन्तो इसी प्रकार एगूणवीसा, एगवीसा, एगूणतीसा, दसतो, दसाओ, दसाउ तीसा, एगतीसा, एगृणचत्तालीसा, चत्तालीसा,
दसाहिन्तो, दसासुन्तो पण्णासा, अट्ठावणा आदि शब्द' चलते हैं। च०/ष० दसण्ह, दसण्ह स० दहसु, दहसुं, दससु, दससु इसी प्रकार एगारहअट्ठारह शब्दों के रूप चलते हैं । ६२ सट्ठि (षष्टि) शब्द स्त्रीलिंग एकवचन
बहुवचन प्र० सट्ठी
सट्ठीउ, सट्ठीओ, सट्ठी द्वि० सद्धि
सट्ठीउ, सट्ठीओ, सट्ठी तृ० सट्ठीअ, सट्ठीआ, सट्ठीइ, सट्टीए सट्ठीहि, सट्ठीहिं, सट्ठीहिँ पं० सट्ठीअ, सट्ठीआ, सट्ठीइ, सट्ठीए सद्वित्तो सट्ठीओ, सट्ठीउ, सट्ठीहिन्तो
सट्टित्तो, सट्ठीओ, सट्ठीउ, सट्ठीसुन्तो
सट्ठीहिन्तो च०/५० सट्ठीअ, सट्ठीआ, सट्ठीइ सट्ठीण, सट्ठीणं
सट्ठीए स० सट्ठीअ, सट्ठीआ, सट्ठीइ, सट्ठीए सट्ठीसु, सट्ठीसुं
___ इसी प्रकार एगूणसट्टि, एगसटि, एगूणसत्तरि, एगसत्तरि, एगूणसीइ, एगासीइ, एगूणनवइ, नवइ, एगनवइ, नवनवइ आदि शब्द चलते हैं । ६३ सय (शत) नपुंसक शब्द एकवचन
बहुवचन प्र० सयं
सया, सयाई, सयाणि द्वि० सयं
सयाई, सयाई, सयाणि तृ० सएण, सएणं
सएहि, सएहिं, सएहिँ (शेष रूप वण (३०) की तरह चलते हैं ।)
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