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परिशिष्ट १
૪૬૭
प्र० सव्वं
४३ ग अकारान्त नपुंसक सव्व (सर्व) शब्द एकवचन
बहुवचन
सव्वाइँ, सव्वाइं, सव्वाणि द्वि० सव्वं
सव्वाई, सव्वाइं, सव्वाणि (शेष रूप पुंलिंग सर्व शब्द के समान चलते हैं ।)
विश्व (विस्स) उभय (उभय) कतर (कयर) अपर (अवर) इतर (इयर) आदि सर्वादि अकारान्त शब्द सर्व (सब्व) शब्द की तरह ही चलते हैं । ४४ क
ज (यद्) पुंलिंग शब्द एकवचन
बहुवचन प्र० जो, (जे) द्वि० जं
जे, जा तृ० जेण, जेणं, जिणा
जेहि, जेहिं, जेहिं पं० जत्तो, जाओ, जाउ, जाहि, जत्तो, जाओ, जाउ, जाहि, जेहि,
__ जाहिन्तो, जा, जम्हा जाहिन्तो, जेहिन्तो, जासुन्तो, जेसुन्तो च०, १० जस्स
जेसि, जाण, जाणं स० (जंसि) जस्सि, जम्मि, जेसु, जेसुं
जत्थ, जहिं, जाहे, जाला,
जइया
४४ ख जा, जी (यद्) स्त्रीलिंग शब्द प्र० जा
जीओ, जीउ, जीआ, जी, जाओ, जाउ, जा द्वि० जं
जीओ, जीउ, जीआ, जी, जाओ, जाउ, जा त० जीअ, जीआ, जीइ, जीए, जीहि, जीहिं, जीहि, जाहि, जाहिं, जाहिं
जाअ, जाइ, जाए पं० जीअ, जीआ, जीइ, जीए, जित्तो, जीओ, जीउ, जीहिन्तो, जीसुन्तो
जित्तो, जीओ, जीउ, जत्तो, जाओ, जाउ, जाहिन्तो, जासुन्तो जीहिन्तो, जाम, जाइ, जाए, जम्हा, जत्तो, जाओ,
जाउ, जाहिन्तो च०, प० जिस्सा, जीसे, जीअ, जीआ, जेसिं, जाण, जाणं
जीइ, जीए, जाअ, जाइ,
जाए स० जाअ, जाइ, जाए, जी, जीसु, जीसु, जासु, जासुं
जीआ, जीइ, जीए
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