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सादर समर्पित
प्राच्य विद्या के उन्नायक गणाधिपति गुरुदेवश्री
तुलसी के यशस्वी उत्तराधिकारी भारतीय विद्या के शीर्षस्थ विचारक एवं द्रष्टापुरुष
आचार्य श्री महाप्रज्ञ को।
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