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चित्रांकन एवं काष्ठ-शिल्प
[ भाग 7
त्रयोधिनायजाएवियुद्धपडिहा
(क) मरुदेवी के सोलह स्वप्न (प्रांशिक चित्र), आदि-पुराण की पाण्डुलिपि में, 1404 ई०, योगिनीपुर
(दिल्ली), उत्तर भारतीय शैली (निजी संग्रह)
दियऊतहासशजहिसासरहसुसाः
किलमडाघयषियभहिनवामी
(ख) भविसयत्त के लौटने की प्रतीक्षा में कमल-श्री, भविसयत्त-कहा की पाण्डुलिपि में, लगभग 1430 ई०,
(इसके इससे पहले के काल के लिए लेख देखिए) कदाचित् दिल्ली, उत्तर भारतीय शैली (निजी संग्रह)
चित्र 278
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