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________________ चित्र-सूची छायाचित्रों या रेखाचित्रों के शीर्षकों के आगे कोष्ठकों में कॉपीराइट के धारक का नाम दिया गया है। संग्रहालयों में कुछ छायाचित्र अन्य धारकों द्वारा भेजे हुए हैं। ऐसी सभी स्थितियों में कॉपीराइट का अधिकार संबद्ध संग्रहालय तथा उस धारक का है । छायाचित्र के लिए केवल चित्र शब्द का प्रयोग किया गया है : इसी सूची में निम्नलिखित शब्द संक्षिप्त रूप में प्रयुक्त किये गये हैं : पु सं वि = पुरातत्त्व और संग्रहालय विभाग प्रिं वे सं = प्रिंस ऑफ़ वेल्स संग्रहालय, बंबई ब्रि म्यू = ब्रिटिश म्यूजियम, लंदन भा पु स = भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण, नई दिल्ली वि अम्यू = विक्टोरिया एण्ड अल्बर्ट म्यूजियम, लंदन रा सं = राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली छायाचित्र सम्मुख-चित्र वि अ म्यू = तीर्थकर शांतिनाथ, 1168 ई०, राजस्थान (वि अ म्यू) अध्याय 31 265 क श्री और कामदेव, एक ताडपत्रीय पाण्डुलिपि में चित्रांकन, 1060 ई० (जैसलमेर भण्डार) ख विद्यादेवी और भक्त महिलाएं, एक चित्रांकित पटली का मांशिक दृश्य, 1122-54 ई०, गुजराती या पश्चिम भारतीय शैली (जैसलमेर भण्डार) 266 क और ख. एक चित्रांकित पटली के दृश्य, ग्यारहवीं शताब्दी का अंतिम या बारहवों का प्रारंभिक भाग, ( इससे भी पहले के काल के लिए लेख देखिए), गुजराती या पश्चिम भारतीय शैली (जैसलमेर भण्डार) 267 क और ख. एक चित्रांकित पटली के दृश्य, बारहवीं शताब्दी का प्रारंभिक भाग (इससे भी पहले के काल के लिए लेख देखिए), गुजराती या पश्चिम भारतीय शैली (जैसलमेर भण्डार) 268 क एक चित्रांकित पटली का आंशिक दृश्य, बारहवीं शताब्दी का प्रारंभिक भाग (इससे भी पहले के काल के लिए लेख देखिए), गुजराती या पश्चिम भारतीय शैली (जैसलमेर भण्डार) ख एक चित्रांकित पटली का प्रांशिक दृश्य, बारहवीं शताब्दी का प्रारंभिक भाग (इससे भी पहले के काल के लिए लेख देखिए), गुजराती या पश्चिम भारतीय शैली (जैसलमेर भण्डार) (६) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001960
Book TitleJain Kala evam Sthapatya Part 3
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLakshmichandra Jain
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year1975
Total Pages400
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Art
File Size24 MB
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