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सन्दर्भग्रन्थसूची
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आचारांगसूत्र : संपा० मिश्रीमलजी महाराज 'मधुकर' श्री आगम प्रकाशन समिति, ब्याबर (राजस्थान), १९९०.
९.
१०. आत्ममीमांसा : पं० दलसुखभाई मालवणिया, श्री जैन संस्कृति संशोधन
मण्डल, बनारस - ५, १९५३.
११. आप्तमीमांसा दीपिका : प्रो० उदयचन्द्र जैन, गणेश वर्णी दिगम्बर जैन संस्थान प्रकाशन, वाराणसी, वीर नि० सं० २५०१.
१२. आत्मानन्द प्रकाश : श्री जैन आत्मानन्द सभा, भावनगर, संवत् २००४. १३. आर्हत्दर्शन दीपिका : संपा० हीरालाल, श्री यशोविजय जैन ग्रन्थमाला, भावनगर, वीर संवत् २४५८.
१४. आवश्यक निर्युक्तिः : संपा० श्री विजयामृतसूरीश्वर श्रीहर्षपुष्पामृत जैन ग्रन्थमाला, शांतिपुरी, सौराष्ट्र, १९८९.
१५. ईश्वर सम्बन्धी विचार और विश्व संस्कृति : कुमारी कंचनलता सब्बरवाल, हरिकृष्ण प्रेमी, अर्चना - मन्दिर, हस्पताल रोड, लाहौर, १९४६. १६. उत्तराध्ययन सूत्र : संपा० पुण्यविजय मुनिः महावीर जैन विद्यालय, बम्बई, ८०० ०३६, प्रथमवृत्ति, १९७७.
१७. उत्पादादिसिद्धि : श्री ऋषभदेवजी केशरीमलजी श्वेताम्बर संस्था, कणपीठ बाजार, सूरत, १९३६.
१८. उपनिषत्सङ्ग्रहः : संपा०- पण्डित जगदीश शास्त्री, मोतीलाल बनारसीदास, हिली, प्रथम संस्करण, १९७०.
१९. उपासकदशांग : संपा : मुनि मिश्रीमल महाराज 'मधुकर' श्री आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर, ( राजस्थान), १९८० .
२०. ऋक् सूक्त संग्रह : हिन्दी व्याख्या- प्रो० हरिदत्त शास्त्री, रतिराम शास्त्री, साहित्य भण्डार, सुभाष बाजार, मेरठ, प्रथम संस्करण, १९५६.
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