SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 750
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ शब्द पृष्ठ नं.| शब्द पृष्ठ नं. शब्द पृष्ठ नं. दि, थेर? दहि थूलाओ परिग्गहाओ वेरमणं २/११५,१४३ दयाणुकम्पी २/४८ | दिट्ठसाहम्मवं (अनुमान) २/२१,२२,२३ थूलाओ पाणाइवायाओ दरिदकुल २/१९० | दिट्ठिवाय १/२५,६९,१५७; २/२५४ वेरमणं २/११५,१२४,१२५,१४३ दरिसणावरणिज्ज १/१२७,१२८,१२९ | दिट्ठिवाय अक्खेवणी २/३९७ थूलाओ मुसावायाओ - दरसणिज्ज १/५२२| दिट्टिवायमहिज्जग वेरमणं २/१२४,१२५,१४३ | दवग्गिदद्धय १/१७६ दिट्ठिविसभावणा २/२५३ थेर (भगवन्त) १/९४,३१२-३१५, | दवग्गिदावणया २/१२८ | दिट्ठिसंपन्न १/१९८; २/६४ ३२५,३२६,५००,५०१,५४६,५५६,६१५, दवग्गी १/३३१ | २/३६२ ६१७,६८४,६९०,७०७,७०८,७२९,७३२; दव्व १/१२६ | दित्तचित्त २/३७९ २/७८,१४७,२३८,२४२,२४६,२७०,३८२,३८४ | दव्व विओ (उ)सग्गे २/४०६ | दिवस चरिम पच्चक्खाण सुत्त २/११२ थेर कप्प दव्वाभिग्गहचरए २/३०५ | दिवा (या)बंभयारी, - थेरकप्पट्टिई दवावस्सय २/९२ | रत्तिं परिमाणकडं २/१३४ १/७०७ दब्बोमोयरिया २/३०२ | दिवाभोयणस्स अवण्ण १/४८४ थेरपडिणीय १/८८; २/२६३ दसण्णभद्द १/१९९ | दिव्व १/६२,३१६ थेरवेयावच्च २/३८६ दसदसमिया भिक्खुपडिमा २/३३७ | दिव्व कामभोग १/३३४ थंडिल १/७३६,७३७,७३९,७४०,७४१, दसविहा समायारी २/६८ | दिव्वमाया २/३०२ ७४२,७४४; २/२९८,२९९ दसा-कप्प-ववहार २/२५३ | दिव्व २/४३५ थंडिल समायारी १/७४७ दसा-कप्प-ववहारधर २/२३८ दिव्वा उवसग्गा २/४३५ थंभ १/७२,९३ दस्सु १/४९२ | दिसा १/१२२,१२९; २/४ थंभणता दस्सुगा (या) यतण १/४९२ | दिसामोहेण २/११० दओघंसि २/७७ १/४२०,४२५,५५५; २/३०९ | दिसिदाघ १/६८ दक्खिण १/१८४ दाण १/५३३ | दिसिव्वय २/११६,१२४,१२७ दग १/२२९ दाणट्ठया १/५३३ | दिसंकहत्ता भिक्खट्ठागमण दगठाण १/४२१ दाणविसप्प | दीण १/२०२ दगणालिय १/२७६ दायगदोस १/५७९ | दीणदिट्ठी १/२०२ दगतीर १/४२१,६६२ दार १/४२१ | दीनपण्णा १/११८ दगमग्ग १/४२१ दारग १/५०७ | दीना १/११८ दगपह १/४२१ दारिग १/५०७ | दीव १/१२५ दगरक्खस १/१९२ दारूदंडग (दण्डय) पायपुंछण १/७२६,७२७ | दीवायण २/४४० दगवीणिय १/२७६ दारूण २/५० | दीविय १/५५३ दगसत्तघाती १/१९२ दारूदंड १/२७७ दीवोवमा १/३८,१२५ दढधम्म १/५२,२/३६४ दारूपाय १/७०७,७१६; २/३३३ |दीहकालिय रोगायक २/३२६ दत्तमणुण्णाय १/२१२,३०४ दालिमपाणग १/६४२ दीहमद्ध २/६४ दत्ति परिमाण २/३४६ | दालिमसरडुय १/५८४ दीहराय २/४६२ दत्ति संखा विहाणं २/८५ दावद्दव २/१५१,१५२ | दीहलोगसत्थ १/२३७ दत्ती २/३१८,३२३,३२४,३३६, दावर १/४३ | दीहाउबंधकारण २/१२२ ३३८,३३९,३४०,३४१,३४२,३४३,३४४, दास १/३३८,४३२ दीहसुत्त १/७०५ ३४५,३४६ १/४३२ | दीहसुत्तकरण १/७०५ दत्ती पडिमा २/३३६ दाहिण १/१४७,४८० |दुआइक्ख २/२२८ दप २/३५१ दाहिणगामी २/१८०,१८१,१८४ १/१५२,१५४ दब्भवत्तिय दाहिणा १/१२२,१२९ | दुक्ख १/१३९,१४० दम १/४५२ दिगिंछा परीसह २/४२१,४२२,४३५ २/४६० दया १/६१,१०३,२२२ दिट्ठलाभिए २/३०७,३०८ | दुगुल्ल १/४१७,६८५ दासी दुक्कड | दुक्खदंसी P-155 For Private & Personal Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org
SR No.001951
Book TitleDravyanuyoga Part 4
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year2004
Total Pages814
LanguagePrakrit, Gujarati
ClassificationBook_Gujarati, Agam, Canon, Metaphysics, & agam_related_other_literature
File Size22 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy