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८.
१.
३. लोहियवण्णपरिणया वि,
४. हालिद्दवण्णपरिणया वि ५. सुक्किलवण्णपरिणया वि । गंधओ - १. सुभिगंधपरिणया वि, २. दुब्भिगंधपरिणया वि ।
फासओ - १. कक्खडफासपरिणया वि,
२. मउयफासपरिणया वि
३. गरूयफासपरिणया वि,
४. लहुयफासपरिणया वि,
५. सीयफासपरिणया वि,
६. उसिणफासपरिणया वि,
७. निद्धफासपरिणया वि,
८. लुक्खफासपरिणया वि ।
संठाणओ - १. परिमंडलसंठाणपरिणया वि,
२. वट्टसंठाणपरिणया वि,
३. तंससंठाणपरिणया वि,
४. चउरंससंठाणपरिणया वि, ५. आयतसंठाणपरिणया वि 1
- पण्ण. प. १, सु. ११ (१-५)
फास परिणयाणं एक्कसय चउरासीइ भेया१. जे फासओ कक्खडफासपरिणयाते वण्णओ - १. कालवण्णपरिणया वि, २. नीलवण्णपरिणया वि,
३. लोहियवण्णपरिणया वि,
४. हालिद्दवण्णपरिणया वि, ५. सुक्किलवण्णपरिणया वि । गंधओ-१. सुब्भिगंधपरिणया वि,
२. दुब्भिगंधपरिणया वि । रसओ - १. तित्तरसपरिणया वि २. कडुयरसपरिणया वि,
३. कसायरसपरिणया वि
४. अंबिलरसपरिणया वि.
५. महुररसपरिणया वि ।
रसओ
महुरए
जे उ, भइए से उ वण्णओ ।
गंधओ फासओ चेव, भइए संठाणओ वि य ॥
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८.
3. उतवर्श परिपात पा छे,
४. पीतवर्श परिक्षत पए। छे, पशुसवर्श- परिशत पा छे.
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દ્રવ્યાનુયોગ ભાગ-૪
तेस्रो गंधथी - १. सुगंध- परिशत पत्र छे,
२. हुर्गंध - परित पाए छे.
तेस्रो स्पर्शथी - १. हुईश स्पर्श परिक्षत पए। छे,
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२. मृहुस्पर्श - परिशत पत्र छे,
3. गुरुस्पर्श परिक्षत पए। छे, ४. लघुस्पर्श- परिशत या छे, ५. शीतस्पर्श - परिक्षत पए। छे,
८. उष्णस्पर्श - परिशात पाछे,
७. स्निग्धस्पर्श - परिशत पक्ष छे,
८. रुक्षस्पर्श - परिशात या छे.
तेस्रो संस्थानथी - १. परिमंडण संस्थान - परिएात पए। छे,
२. वृत्तसंस्थान - परिक्षत पए। छे, 3. व्यस्त्रसंस्थान - परिक्षत पत्र छे, ४. यतुरस्त्र संस्थान पसायत संस्थान
परित पा छे, परिशत पा छे.
સ્પર્શ પરિણતાદિના એકસો ચોરાસી ભેદ : ૧. જેઓ સ્પર્શથી કર્કશસ્પર્શ - પરિણત છે तेस्रो वर्षाथी - १. कृष्णवर्श परिक्षत पए। छे, २. नीलवर्ण - परिशत या छे,
3. रडतवर्श- परिशत पा छे,
४. पीतवर्श- परित भए। छे,
4. सुडलवा - परिशत पए। छे. तेस्रो गंधथी - १. सुगंध- परिशत पाए। छे, २. हुर्गंध - परिक्षत भए। छे.
તેઓ રસથી - १. तितरस - परिात पडा छे,
२. उटुरस - परिात पए छे,
3. पायरस - परिक्षत यश छे,
- उत्त. अ. ३६, गा. ३३
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४. अम्लरस - परिक्षत पए। छे, ५. मधुररस - परिक्षत या छे.
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