________________ 333 148 212 147 161 128/1 132 86/1 219/4 236/1 230 275, 231/11 27 35 21 परि. 19 : शब्दार्थ परियट्टण-परिवर्तन, बदलना। परियट्रिय-परिवर्तित, भिक्षा का __एक दोष। परियत्त-परिवर्तन। परियावज्जण-दूषित। परिवाडि-परिपाटी, पंक्ति। परिवेसण-परोसना। परिस-परिषद्। परिसडित-सड़ा हुआ। परिसाड-गर्भपात कराना। परिसाडण-१. गिराना, 2. गर्भपात करना। परिसेय-सेक करना। परिहार-उत्सर्ग, पुरीष। परूवण-प्ररूपण। परेव्व-परसों से सम्बन्धित। पलंडु-प्याज। पलल-तिल-चूर्ण / पलाय-पलायन करना। पवयण-प्रवचन। पवयणमाया-प्रवचनमाता। पवात-प्रवात, हवा। पविट्ठ-प्रविष्ट। पवित्ति-प्रवृत्ति। पवेस-प्रवेश। पव्व-पर्व। पव्वइत-प्रव्रजित। पव्वज्जा-प्रव्रज्या। पव्वत-पर्वत। पव्वाय-म्लान। पव्वावण-प्रव्रज्या देना। पसंग-प्रसंग। पसंधण-सतत प्रवर्तन। पसंसा-प्रशंसा। 227 105 86/2 87 69/1 पसत्त-प्रसक्त, आसक्त। पसत्थ-प्रशस्त। 194/3 पसन्न-स्वच्छ। 17 पसमण-प्रशमन। 318/1 पसिद्ध-प्रसिद्ध। 68/5 पह-पथ। 89/3 पहिय-पथिक। 86/1 पहीण-प्रहीण। 302/2 पहेणग-किसी घर से आई 156/1, हुई मिठाई। 240/2 पाइण-प्राचीन, पूर्व दिशा। पाउगा-पादुका। 288/4 पाउग्ग-प्रायोग्य। 79 पाउरण-प्रावरण, वस्त्र। पाओकरण-प्रादुष्करण, भिक्षा का एक दोष। पाओयर-प्रादुष्करण, भिक्षा का एक दोष। पाग-पाक, पकाना। पागड-१. प्रकट, 2. सुख-प्रतिपाद्य। पाडण-पातन। पाणग-पानक, पेय पदार्थ। पाणवत्तिय-प्राण-धारण। 318 पाणिय-पानी। 96/1 पात-द्वार में छेद करना। 137 पाद-पैर। 277 पादलेवण-पादलेपन, पानी आदि में चलने हेतु किया गया पाद-प्रलेप। 230 पामिच्च-उधार लेना, भिक्षा का एक दोष। 144,146 पामूल-पादमूल। 150 पाय-१. पात्र, 22, 2. प्रायः। 208 73 66 25 44/3 138/3 91/3 232 160 231/2 219/15 231/4 30 37 67/5 215 68/5 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org