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मुहूर्तराज ]
[३१३
साधक अक्षर - झ-१०
साध्यजिन
तारा
योनि
विंशोपक
गण
राशि | नाडी
मनुष्य
मीन
साध्यनाम
स्वकीय विरुद्ध
ब
लभ्य
१,३६
व्याघ्र
राक्षस
तुला | मध्य
अशुभ
श्रेष्ठतर
स्व
शुभ श्रेष्ठ
अशुभ
मध्यम
|भवेध
मध्यम
|श्रेष्ठ
अशुभ
अशुभ
प्रीति
अशुभ
कुवैर
कुवैर
अशुभ सम भवेध अशुभ |शत्रु मध्यम
शुभ वेध अशुभ | श्रेष्ठतर
श्रेष्ठतर | वेध
अशुभ
मध्यम
शुभ
| अशुभ
श्री ऋषभदेवजी श्री अजितनाथजी श्री सम्भवनाथजी श्री अभिनन्दनी श्री सुमतिनाथजी श्री पद्मप्रभुजी श्री सुपार्श्वनाथजी श्री चन्द्रप्रभजी श्री सुविधिनाथजी श्री शीतलनाथजी श्री श्रेयांसनाथजी श्री वासुपूज्यजी श्री विमलनाथजी | श्री अनन्तनाथजी श्री धर्मनाथजी श्री शान्तिनाथजी श्री कुंथुनाथजी श्री अरनाथजी श्री मल्लिनाथजी श्री मुनिसुव्रतजी श्री नमिनाथजी श्री नेमिनाथजी | श्री पार्श्वनाथजी
श्री महावीरस्वामीजी राशि
अशुभ स्व
स्व
मध्यम
मध्यम
| मध्यम
अशुभ
मध्यम
अशुभ
अशुभ
|शुभ
मध्यम
अशुभ
मध्यम
शुभ
मध्यम मध्यम
अशुभ अशुभ
कुवैर
सम
भवेध
अशुभ अशुभ
कुवैर
शत्रु
अशुभ
मैत्री
(वैर)
(२)
सम
पति
एकनाथ
वर्ण
वश्य
नक्षत्र
युजि पश्चिम
मीन
धनु
ब्राह्मण
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