________________
२९८ ]
नं. साध्यजिन
स्वकीय
विरुद्ध
साध्यनाम
*
२
३
४
५
६
७
८
९
O mm x I w 2 v o o or m
१०
१२
१३
* श्री श्रेयांसनाथजी
१४
१५
१६
१७
१८
१९
२०
साधक अक्षर अ, आ
२१
२२
श्री ऋषभदेवजी
श्री अजितनाथजी
श्री सम्भवनाथजी
श्री अभिनन्दनजी
श्री सुमतिनाथजी
श्री पद्मप्रभुजी
श्री सुपार्श्वनाथजी
श्री चन्द्रप्रभजी
श्री सुविधिनाथजी श्री शीतलनाथजी
श्री वासुपूज्यजी
श्री विमलनाथजी
श्री अनन्तनाथजी
श्री धर्मनाथजी
श्री शान्तिनाथजी
श्री कुंथुनाथजी
श्री अरनाथजी
श्री मल्लिनाथजी
श्री मुनिसुव्रतजी
श्री नमिनाथजी
श्री नेमिनाथजी
२३
श्री पार्श्वनाथजी
२४ श्री महावीरस्वामीजी
राशि
मेष
पति
मंगल
Jain Education International
तारा
३
५,७,९
अशुभ
अशुभ
अशुभ
अशुभ
अशुभ
अशुभ
अशुभ
अशुभ
एकनाथ
वृश्चिक
योनि
मेष
वानर
कुवैर
मैत्री
स्व
कुवैर
वर्ण
क्षत्रिय
वर्ग
अ
त
वैर
वैर
वैर
लभ्य
२॥
१
३
३
=
0 11
२ ॥
२॥
२॥
३
२॥
For Private & Personal Use Only
विशोपक
देय
० ॥
0 ||
011
० ॥
0 11
1=
२
0 ||
२
२
वश्य
गण
स्व
स्व
स्व
वैर
राक्षस
देव मनुष्य कन्या
स्व
26)
अशुभ शुभ पादवेध
अशुभ
अशुभ वेध
वैर
शुभ
वैर
शुभ
शुभ
शत्रु
सम
प्रीति
स्व
वैर
शुभ
अशुभ शुभ
वैर
श्रेष्ठ
स्व
अशुभ
वैर
वैर
बैर
बैर
च
[ मुहूर्तराज
氧
राशि
時事
ཙྪཱ ཝོ།ཝཱ
वैर
स्व
स्व
སྦྲུ སྠཽ ཟ ལྦ ལྒ ལ ✖ ལ སྠཽ སྠཱ
श्रेष्ठ
नाडी
शत्रु
अन्त्य
अन्त्यवेध
शुभ
श्रेष्ठ
श्रेष्ठ
श्रेष्ठतर
स्व
अशुभ एकम
वेध
सम
अशुभ शत्रु
वेध
| भवेध
वेध
श्रेष्ठ वेध
वेध
भवेध
नक्षत्र युजि कृत्तिका पूर्व
www.jainelibrary.org