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सूत्रकृतांग-सूची
६६ श्रु०१, अ०२ उ०१ गाथा २ द्वितीय उद्देशक गाथांक
१-१३ नियतिवाद और उसका परिहार १४-२० अज्ञानवाद और उसका परिहार २१-२३ ज्ञानवाद २४-३२ क्रियावाद और उसका निरसन
तृतीय उद्देशक गाथांक १- ४ आधाकर्म आहार का निषेध ५-१० जगत्कर्तृत्ववाद ओर उसका खण्डन ११-१३ त्रैराशिक वाद का परिहार १४-१६ अनुष्ठान वाद का निरसन
चतुर्थ उद्देशक गाथांक . १- ३ परिग्रही श्रमणों की संगति का निषेध ४ शुद्ध आहार लेने का विधान ५- ६ लोकवाद निरसन
असर्वज्ञवाद का निरसन ८-१० अहिंसा
चर्या-आसन-शय्या-भक्तपान समिति का पालन कषाय जय ५ समिति,५ संवर द्वितीय वैतालीय अध्ययन
प्रथम उद्देशक गाथांक
बोध प्राप्ति के लिए प्रेरणा मानवभव की दुर्लभता २ आयु की अनित्यता
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