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निशीथ-सूची
उ० १२
छठे उद्दे शक में निर्दिष्ट दोषों का मोहोदय से सेवन करने पर प्रायश्चित्त जघन्य ४ अष्टम भक्त, परणा में आचाम्ल या ६० दिन का छेद
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मध्यम १५ अष्टम भक्त, पारणा में आचाम्ल या ६० दिन का छेद उत्कृष्ट १२० उपवास. पारणा में आचाम्ल या पुनः महाव्रतारोपण उद्देशक – १२
बारहवें उद्देशक में निर्दिष्ट दोषों का परवश या अनुपयोग से सेवन करने पर प्रायश्चित्त जघन्य ४ आचाम्ल । मध्यम ६० निर्विकृतिक | उत्कृष्ट १६० उपवास
बारहवें उद्देशक में निर्दिष्ट दोषों का आतुरता या उपयोग पूर्वक सेवन करने पर प्रायश्चित्त जघन्य ४ उपवास । मध्यम ६ षष्ट भक्त । उत्कृष्ट १०० उपवास. पारणा में विकृति त्याग |
बारहवे उद्देशक में निर्दिष्ट दोषों का मोहोदय से सेवन करने पर प्रायश्चित्त
जघन्य ४ षष्ठ भक्त । मध्यम ४ अष्टम भक्त । उत्कृष्ट १०८ उपवास पारणा में आचाम्ल
क- द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ और पंचम उद्देशक में निर्दिष्ट दोषों का प्रायश्वित्त समान है ।
-ख-- षष्ठ से एकादशम उद्देशक पर्यन्त ६ उद्दे शकों में निर्दिष्ट दोषों का प्रायश्चित्त समान है ।
ग- बारहवें से उन्नीसवें उद्देशक पर्यन्त य उद्देशकों में निर्दिष्ट दोषों का प्रायश्चित्त समान है ।
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