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निशीथ-सूची
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उ० १३ सूत्र २७ बारहवाँ उद्देशक किसी प्राणी को बांधना अथवा बंधन मुक्त करना प्रत्याख्यान भङ्ग करना वनस्पति मिश्रित आहार खाना पीना केशोंवाला चर्म रखना गृहस्थ के वस्त्र से ढके हुए पीढों का उपयोग करना निर्ग्रन्थी के वस्त्रों को अन्यतीथि अथवा गृहस्थ से सिलवाना छः काय की हिसा करना
हरे वृक्ष पर चढ़ना १०-१३ गृहस्थ के वस्त्र आदि उपयोग में लेना तथा गृहस्थ की
चिकित्सा करना १४-१५ सदोष आहार लेना १६-२६
विविध प्रकार के दर्शनीय स्थल या पदार्थ देखना कालातिकान्त आहार खाना पीना
क्षेत्रातिक्रान्त आहार खाना-पीना ३२-३६ रात्रि में विलेपन लगाना
गृहस्थ से अपना भार उठवाना गृहस्थ के अधिकार में आहार आदि रात में रखना महा नदियों को बारम्बार पार करना
तेरहवाँ उद्देशक · १-११ अयोग्य स्थान में कायोत्सर्ग करना ,,
, कायोत्सर्ग करना अन्यतीर्थी या गृहस्थ को शिल्प आदि सिखाना १३-१६ अन्य तीर्थी या गृहस्थ का अप्रिय करना १७-२६
,, को मंत्रादि के प्रयोग बताना __ ,, गुप्त मार्ग बताना
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