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निरया० सूची
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वर्ग ३ अ०३ च. भ० गोतम की चन्द्र के पूर्व भव सम्बन्धी जिज्ञासा छ- भ० महावीर द्वारा समाधान, पूर्वभव वर्णन ज- श्रावस्ती नगरी, कोष्ठक चैत्य झ- अंगती नाम गाथापती का वर्णन अ- भ. पार्श्वनाथ का पदार्पण-धर्म कथा ट- अंगती का धर्म श्रवण, वैराग्य, ज्येष्ठ पुत्र को गृहभार सौंपना
अनगार प्रव्रज्या, सयंम साधना, श्रामण्य-विराधना, चन्द्रा
वतंसक विमान में उपपात ठ- चन्द्र की स्थिति, च्यवन, महाविदेह में जन्म, वैराग्य, संयम
साधना, अंतिम आराधना निर्वाण
द्वितीय सूर्य अध्ययन १ क- उत्थानिका-शेष वर्णन चन्द्र अध्ययन के समान ख- विशेष सूर्य का पूर्व भव वर्णन, श्रावस्ती नगर, सुप्रतिष्ठ गाथा
पति, भ० पाश्वनाथ के समीप अनगार प्रव्रज्या, श्रामण्यविराधना, सूर्यावतंसक विमान में उपपात और च्यवन ग- महाविदेह में जन्म और निर्वाण
तृतीय शुम्भ अध्ययन १ क- उत्थानिका-शेष वर्णन चन्द्र अध्ययन के समान ख- विशेष शुक्र का पूर्वभव वर्णन--
वाराणसी नगरी, सोमिल ब्राह्मण, भ० पार्श्वनाथ का पदार्पण,
धर्मकथा ग- सोमिल की जिज्ञासा प्रश्नोत्तर घ- श्रावक धर्म की स्वीकृति ङ- भ० पार्श्वनाथ का वाराणसी के आम्रशाल वन से विहार च- सोमिल का पुनः मिथ्यात्वी होना छ- आम्र आराम-यावत्-पुष्प आराम का निर्माण
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