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प्रज्ञापना-सूची
पद १४ सूत्र५
६५३ ४ अजीव परिणाम के
दस भेद ५ क- बंध
दो भेद रुक्षबंध और स्निग्ध बंध की व्याख्या ख- (१) गति परिणाम के
दो भेद
ग- संस्थान परिणाम के
पांच भेद घ. भेद
पांच भेद ङ.- वर्ण
पांच भेद च- गंध "
दो भेद छ- रस
पांच भेद ज- स्पर्श
आठ भेद झ- अगुरु लघु ,
एक भेद ज- शब्द
दो भेद चतुर्दशम-कषाय पद क- कषाय के
चार भेद ख. चौवीस दण्डक में
चार कषाय क- क्रोध के
चार स्थान ख- चौवीस दण्डक में क्रोध के क- क्रोध की उत्पत्तिके चार निमित्त ख- चौवीस दण्डक में क्रोध की उत्पत्ति के चार निमित्त क- क्रोध के
चार भेद ख- चौवीस दण्डक में क्रोध के चार भेद क- क्रोध के
चार भेद ख- चौवीस दण्डक में क्रोध के ग- इसी प्रकार माना, माया और लोभ का कथन,
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