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प्रज्ञापना-सूची
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पद २ सूत्र २-६. २ क- अपर्याप्त बादर पृथ्वी कायिकों के स्थान
ख- उत्पत्ति की अपेक्षा—अपर्याप्त बाद र कायिकों के स्थान ग- समुद्घात की अपेक्षा
घ- स्वस्थान की अपेक्षा ३ क- पर्याप्त-अपर्याप्त सूक्ष्म पृथ्वीकायिकों के स्थान
ख- उत्पत्ति की अपेक्षा ४ क- पर्याप्त बादर अप्कायिकों के स्थान
ख- अधोलोक में बादर अपकायिकों के स्थान ग- उर्द्धलोक में घ- तिर्यग्लोक में ङ- उत्पत्ति की अपेक्षा च- समुद्घात की अपेक्षा छ- स्वस्थान की अपेक्षा ज- अपर्याप्त यादर अप्कायिकों के स्थान झ- उत्पत्ति की अपेक्षा अप्ति बादर अप्कायिकों के स्थान अ- समुद्धात की अपेक्षा ट- स्वस्थान की अपेक्षा ठ- पर्याप्त अपर्याप्त सूक्ष्म अकायिकों के स्थान ५ क- पर्याप्त बादर तेजस्कायिकों के स्थान
ख- निर्व्याघात की अपेक्षा पर्याप्त बादर तेजस्कायिकों के स्थान ग- व्याघात की अपेक्षा घ- उत्पत्ति की अपेक्षा ङ- समुद्घात की अपेक्षा
च- स्वस्थान की अपेक्षा ६ क- अपर्याप्त वादर तेजस्कायिकों के स्थान
ख. उत्पत्ति की अपेक्षा अपर्याप्त बादर तेजस्कायिकों के स्थान ग- समुद्घात की अपेक्षा
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