SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 646
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ सूत्र २४३-२४६ ६१८ जीवाभिगम-सूची नवमा दसविध जीव-प्रतिपति २४३ क- संसार स्थित जीव दस प्रकार के ख- दस प्रकार के संसारी जीवों की स्थिति का संस्थिति काल का अन्तर काल का अल्प-बहुत्व द्विविध सर्वजीव २४४ क- द्विविध सर्व जीवों का संस्थिति काल ख- असिद्ध जीव दो प्रकार के ग- द्विविध सर्व जीवों का अन्तर काल ध- " का अल्प-बहुत्व क- द्विविध सर्वजीव ख- " सर्वजीवों का संस्थिति काल ग- " का अन्तर काल प्र. " " का अल्प-बहुत्व ङ- द्विविध सर्वजीव ख-से-घ तक के समान ज- द्विविध सर्वजीव अ- सवेदक तीन प्रकार के ट- सवेदकों का संस्थिति काल ठ- अवेदक दो प्रकार के ड- सवेदकों का अन्तर काल ढ- अवेदकों का ण- सवेदक अवेदकों की अल्प-बहुत्व त- द्विविध सर्वजीव अ-से-ण तक के समान ५ थ २४६ क- द्विविध सर्वजीव Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001931
Book TitleJainagama Nirdeshika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year1966
Total Pages998
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Ethics, & agam_index
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy