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सूत्र १२६-१३३
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जीवाभिगम-सूची
१२६ क- वनखण्ड का चक्रवाल विष्कम्भ
ख- वनखण्ड का विस्तृत वर्णन [शब्दोपमा वर्णन-अष्ट रस, षट्दोष, एकादस अलंकार,
अष्टगुण] १२७ क- वनखण्ड में विविध वापिकायें
ख- वापिकाओं के सोपान, तोरण ग- वापिकाओं के समीप पर्वत घ. पर्वतों पर विविध आसन शिलापट ङ- वनखण्ड में अनेक प्रकार के लतागृह च- लतागृहों में आसन, शिलापट छ- वनखण्ड में विविध प्रकार के मण्डप ज- वनखण्ड में विविध प्रकार के शिलापट झ- शिलापटों पर देव-देवियों की क्रीड़ा ज- पद्मवर वेदिका पर बने वनखण्ड का विष्कम्भ ट- वनखण्ड में देव-देवियों की क्रीड़ा
जंबूद्वीप के चार द्वार १२६ क- जम्बूद्वीप के विजयद्वार का स्थान
ख- " " की ऊँचाई ग- " " का विष्कम्भ
के कपाट रचना १३०.१३१
का विस्तृत वर्णन विजय देव के सामानिक देवों के भद्रासन
की अग्रमहीषियों के भद्रासन की तीन परिषदों के " की सात सेनापतियों के "
की आत्मरक्षक देवों के " १३३ विजयद्वार के उपरिभाग का वर्णन
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