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श्रु०१ अ०८
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ज्ञाता०-सूची चौरासी लाख पूर्व का पूर्णायु, सबका जयन्त विमान में देव
होना ६५ क- बत्तीस सागर की स्थिति ख- १. प्रतिबुद्धि साकेताधिपति
२. चन्द्रच्छाय अंगदेशाधिपति ३. शंख
काशिराज ४. रुक्मी
कुणाल अधिपति ५. अदीन शत्रु कुरुराज
६. जितशत्रु पंचाल अधिपति ग- जंबूद्वीप, भरत, मिथिला राजधानी, कुम्भराजा, प्रभावती देवी
चौदह महास्वप्न, महाबल देव का प्रभावती की कुक्षि में
अवतरण, पूर्ण दोहद, उन्नीसवें तीर्थंकर का मल्लीरूप में जन्म ६६ नन्दीश्वर द्वीप में जन्मोत्सव, नाम करण । ६७ क- शतायु मल्ली को अवधिज्ञान द्वारा छहों राजाओं की जानकारी
ख- अशोकवाटिका में “मोहनघर" का निर्माण ग- मोहनयर के मध्यभाग में स्वर्णमय मल्ली प्रतिमा की मल्ली
द्वारा स्थापना ६८ क- कोशल जनपद, साकेत नगर, दिव्य नागघर ख- प्रतिबुद्धि राजा, पद्मावती रानी, नागयज्ञ का आयोजन,
श्री दोमगंड की रचना ग- प्रतिबुद्धि राजा की सुबुद्धि अमात्य द्वारा मल्ली विदेह राज
कन्या का परिचय घ- प्रतिबुद्धि महाराज का दूत प्रेषण, मल्ली विदेह राजकन्या की
याचना ङ- प्रतिबुद्धि का मिथिला गमन ६६. क- अंगदेश-चंपानगरी, चन्द्रच्छाय राजा
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