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श० २५ उ०६ प्र०१८
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भगवती-सूची
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सागरोपम एक अवसर्पिणी के सागरोपम उत्सर्पिणी और अवसर्पिणी एक पुद्गल परिवर्त की उत्सर्पिणी और अवसर्पिणी अनेक पुद्गल परिवर्तों की उत्सर्पिणीयाँ और अवसर्पिणीयाँ पुद्गल परिवर्त अतीत अनागत और सर्वकाल के पुद्गल परिवर्त अनागत और अतीत का अन्तर अतीत और सर्वकाल का अन्तर सर्वकाल और भविष्य काल का अन्तर दो प्रकार के निगोद दो प्रकार के निगोद छ प्रकार का नाम (छ प्रकार के भेद) षष्ठ निग्रंथ उद्देशक
प्रथम प्रज्ञापन द्वार १ क- राजगृह, भ० महावीर और गौतम ख- पांच प्रकार के निर्ग्रन्थ
पांच प्रकार के पुलाक
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दो " " पांच प्रकार के प्रतिसेवना कुशील " " " कषाय कुशील " " " निग्रंथ " " " स्नातक द्वितीय वेदद्वार पांच निग्रंथ के वेद
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