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समवाय ६३-६४
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समवायांग-सूची
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२ भ० शांतिनाथ के चौदहपूर्वी शिष्य ३ दिन-रात की हानि-वृद्धि जिस मण्डल में होती है
चौरानवेवा समवाय १ क- निषध पर्वत की जीवा का आयाम ___ख- नीलवंत पर्वत की जीवा का आयाम २ भ० अजितनाथ के अवधिज्ञानी मुनि
पंचानवें वाँ समवाय भ० सुपाश्र्वनाथ के गगा-गणधर जम्बूद्वीप के अंतिमभाग से (चारों दिशा में) चारों पाताल कलशों का अन्तर लवण समुद्र के दोनों पार्श्व में उद्वेध और उत्सेध की हानि का प्रमाण भ० कुथुनाथ की परमायु स्थविर मौर्य पुत्र की सर्वायु छानवेंवाँ समवाय चक्रवर्ती के ग्राम
वायुकुमार के भवन ३ दण्ड का अंगुल प्रमाण क- धनुष का अंगुल प्रमाण ख- नालिका का अंगुल प्रमाण ग- अक्ष का अंगुल प्रमाण
ध- मूसल का अंगुल प्रमाण "५ आभ्यन्तर मण्डल में प्रथम मुहर्त की छाया का प्रमाण
सत्तानवेंवाँ समवाय १ मेरुपर्वत के पश्चिमान्त से मोस्तुभ आवास पर्वत के पश्चिमान्त का
अन्तर
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