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स्थानांग सूची
ख- अधोलोक को आत्मा दो प्रकार से जानता है।
तिर्थक् लोक
उर्ध्व लोक सम्पूर्ण लोक
ग- दो प्रकार से आत्मा शब्द सुनता है
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रूप देखता है
गंध सूंघता है
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रसास्वादन करता है
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स्पर्शानुभव करता है
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प्रकाश करता है
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- दो प्रकार से आत्मा विशेष प्रकाश करता है
वैक्रेय करता है
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भ नाग कुमार म- सुवर्ण
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न मरुत देव दो प्रकार के हैं
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फ- किंपुरुष ब- गंधर्व
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११० श्र०१, अ०२३०२ सूत्र ८०
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मैथुन सेवन करता है
बोलता है
आहार खाता है
आहार का परिणमन करता है
वेदन करता है
निर्जरा करता है
देव शब्द सुनता है
रूप देखता है - यावत् -
निर्जरा करता है
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