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श्रु०१, अ०२, उ०१ सूत्र ७१
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स्थानांग-सूची
ङ- संयम च- संवर छ- मतिज्ञान-यावत्-केवल ज्ञान की प्राप्ति न होने के दो कारण
केवली कथित धर्म का श्रवण यावत्-मतिज्ञान-यावत्-केवल ज्ञान प्राप्त होने के दो कारण सूत्र ६५ के समान समय (काल चक्र) के दो भेद उन्माद दो प्रकार के दण्ड
चौवीस दण्डकों में दो प्रकार के दण्ड ७० क- दर्शन
दो प्रकार के ख- सम्यग्दर्शन ग- निसर्ग सम्यग्दर्शन " " घ- अभिगम , , ङ- मिथ्या दर्शन ,, , , च- अभिग्रहिक मिथ्या दर्शन छ- अनभिग्रहिक ,, ,
ज्ञान के दो भेद ७१ क- प्रत्यक्ष ज्ञान के
दो भेद ख- केवल ज्ञान ,, ग- भवस्थ केवल ज्ञान घ- सजोगी भवस्थ केवल ज्ञान के ङ- अजोगी , . च- सिद्ध केवल ज्ञान छ- अनन्तर सिद्ध केवल ज्ञान ज- परंपर
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