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श्रु०१, अ०१, उ०१ सूत्र ५१ १०२
स्थानांग-सूची शुक्ल पाक्षिकों की वर्गणा-कृष्णपाक्षिकों के समान है च- १५ तीर्थसिद्धों की वर्गणा-यावत्-अनेक सिद्धों की वर्गणा १३ सू०--प्रथम समय सिद्धों की वर्गणा, अनंत समय सिद्धों की वर्गणा छ- परमाणु पुद्गलों की वर्गणा-यावत्-अनन्त प्रदेशी स्कंधों
की वर्गणा एक प्रदेशावगाढ़ पुद्गलों की वर्गणा-यावत्-असंख्यात प्रदेशावगाढ पुद्गलों की वर्गणा एक समय की स्थितिवाले पुद्गलों की वर्गणा-यावत्-असंख्यात समय की स्थितिवाले पुद्गलों की वर्गणा एक गुण काले पुद्गलों की वर्गणा-यावत्-अनंत गुण काले पुद्गलों की वर्गणा शेष ४ वर्ण २ गंध, ५ रस, और ८ स्पर्श वाले पुद्गलों की वर्गणा जघन्य प्रदेशी स्कंधों की वर्गणा उत्कृष्ट अजघन्योत्कृष्ट जघन्य अवगाहना वाले स्कंधो की वर्गणा उत्कृष्ट अजघन्योत्कृष्ट जघन्य
स्थिति , उत्कृष्ट अजघन्योत्कृष्ट जघन्य गुण काले पुद्गलों की वर्गणा उत्कृष्ट " " अजघन्योत्कृष्ट " " शेष ४ वर्ण, २ गंध, ५ रस, और ८ स्पर्श वाले पुद्गलों की वर्गणा
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