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आवश्यक नियुक्ति
२६३.
२६४.
२६५.
२६६.
२६७.
मंदिरेसु' अग्गिभूती, छप्पण्णाउ सणंकुमारम्मि। 'सेयवि भारदाओ', चोयालीसं च माहिंदे॥ संसरिय थावरो रायगिहे 'चउतीस बंभलोगम्मि'। छस्सु वि पारिव्वज्जं, भमितो तत्तो य संसारे ॥ रायगिह विस्सनंदी, विसाहभूती य तस्स जुवराया। जुवरण्णो विसभूती', विसाहनंदी य इतरस्स" || रायगिह विस्सभूती, विसाहभूइसुतो' खत्तिए कोडी। वाससहस्सं दिक्खा, संभूतजइस्स पासम्मि॥ गोत्तासिउ महुराए, सनिदाणो मासिएण भत्तेण। महसुक्के उववण्णो, ततो चुओ पोयणपुरम्मि ॥ पुत्तो पयावइस्सा, मिगावतीदेविकुच्छिसंभूतो' । नामेण तिविदु त्ती, आदी आसी दसाराणं२ ।। चुलसीतिमप्पतिढे, सीहो नरगेसु तिरिय-मणुएसु। पियमित्त-चक्कवट्टी, 'मूयाइ विदेहि '१४ चुलसीति१५ ॥ पुत्तो धणंजयस्सा, पोट्टिल'६ परियाउ कोडि सव्वतु। ‘णंदण छत्तग्गाए'१५, पणवीसाउं१८ सयसहस्सा ॥ पव्वज२० पोट्टिले २१ सतसहस्स सव्वत्थ मासभत्तेणं। पुप्फुत्तरि२२ उववण्णो, ततो चुओ माहणकुलम्मि२३ ॥
२६८.
२७०.
२७१.
१. मंदिरे (अ, म, रा, हा, दी)। २. छप्पण्णा उ (हा, दी), छप्पण्णाउं (म, स्वो)। ३. सेतविय भरद्दायो (स्वो ३२५/१७९१)। ४. चोत्तीसं बंभलोगकप्पम्मि, (स्वो ३२६/१७९२)। ५. विस्सभूई (ब, म, हा, दी स्वो)। ६. विसाहभूई (अ)। ७. स्वो ३२७/१७९३। ८. भूतीसुत (स्वो ३२८/१७९४)। ९. स्वो ३२९/१७९५। १०. "संभवो (ब, म, स, रा)। ११. आई (अ, ब, रा), आई (हा, दी)। १२. स्वो ३३०/१७९६। १३. चुलसीई' (अ, ब, हा, दी)।
१४. मूयविदेहाए (स्वो), "विदेहाई (को), मूया विदेहाइ (म)। १५. स्वो ३३१/१७९७। १६. पुट्टिल (ब, म, हा, दी)। १७. णंदणो छत्तगाए (स्वो)। १८. पणु (स)। १९. स्वो ३३२/१७९८। २०. पव्वज्जा (को)। २१. पोट्टिल (स), पुट्टिल (अ, म, ब, हा, दी), पोट्ठिले (स्वो)। २२. पुष्फ' (अ), 'त्तरे (स्वो)। २३. स्वो ३३३/१७९९, २६२-७१ तक की १० गाथाओं का चूर्णि में
संकेत नहीं मिलता केवल इन गाथाओं में वर्णित भवान्तरों का संक्षेप में वर्णन मिलता है।
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