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(क्रमश:) (२) मार्गणा भेदों में आयुकर्म के संवेध का प्रारूप
संबेधगत प्रकृतियाँ -
म. का बंध ति का उदय म. ति. की सत्ता
दे. का बंध
ति का उदय
दे. ति. की सत्ता
क्रम
अबंध ति का उदय न. ति को सत्ता अबंध
ति का उदय तिति की सत्ता अबंध
ति का उदय ति म. की सत्ता
अबंध
ति का उदय
ति दे. का सत्ता
अबंध
म. का उदय
म. की सत्ता
न. का बंध
म. का उदय न. म. की सत्ता
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श्रुत अज्ञान
विभंग
ज्ञान
१
३२ ३३ ३४
१
१
सामायिक चारित्र
१
छंदोपस्था पनीय चा.
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पंचसंग्रह : १०
३५
परिहार विशुद्धिचा.
३६
०
सूक्ष्म संपराय चा.
३७
०
Q
०
O
१
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