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शतक
Wein
Sollevey
प्रतिक
मार्ग
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श्री चन्द्रर्षि महत्तर प्रणीत
पंचसंग्रह
मूल-शब्दार्थ एवं विवेचन युक्त हिन्दी व्याख्याकार
• मरूधर केसरी श्री मिश्रीमलजी महाराज
बन्धक
सत्क
बन्धव्य
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कति
व्याव
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