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विषय अनुक्रम
-गाथा १
श्रुतधरों के नमन के उपरान्त बंधनकरण प्ररूपणा करने की
प्रतिज्ञा
करणों के नाम व उनके लक्षण
गाथा २-३
वीर्य का स्वरूप एवं भेद
गाथा ४
योगसंज्ञक वीर्य के समानार्थक नाम
योग विचारणा के अधिकार
गाथा ५
अविभाग प्ररूपणा
गाथा ६
वर्गणा प्ररूपणा
गाथा ७
स्पर्धक और अन्तर प्ररूपणा
गाथा ८
स्थान व अनन्तरोपनिधा प्ररूपणा
योगस्थान के निर्माण की प्रक्रिया और उनकी संख्या
अनन्तरोपनिधा प्ररूपणा
गाथा ६
परंपरोपनिधा प्ररूपणा
गाथा १०
वृद्धि प्ररूपणा
I
४
५
६–११
११-१३
११
१२
१३ – १४
१३
१४–१७
१४
१७ – १६
१७
१६- २३
१६
१६
२२
२४–२६
२४
२६–२६
२६