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विषय
गाथा
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उत्तर प्रकृतियों का बंध, उदय, उदीरणा और सत्ता-सम्बन्धी यन्त्र १४३-१४८ कर्मग्रन्थ भाग-३ प्रस्तावना मंगल और विषय-कथन
१४९ संकेत के लिये उपयोगी प्रकृतियों का संग्रह
१५० नरकगति का बन्ध-स्वामित्व
१५१-१५३ सामान्य नरक का तथा रत्नप्रभा आदि नरक-त्रय का बन्धस्वामित्व-यन्त्र
१५४ पङ्कप्रभा आदि नरक-त्रय का बन्धस्वामित्व-यन्त्र
१५५ तिर्यश्चगति का बन्धस्वामित्व
७-८ १५३-१५८ सातवें नरक का बन्धस्वामित्व-यंत्र पर्याप्त तिर्यञ्च का बन्धस्वामित्व-यंत्र मनुष्यगति का बन्धस्वामित्व पर्याप्त मनुष्य का बन्धस्वामित्व-यंत्र
१६२-१६३ लब्धि अपर्याप्त तिर्यञ्च तथा मनुष्य का बन्धस्वामित्व-यंत्र १६४ देवगति का बन्धस्वामित्व
१०-११ १६५-१६८ सामान्य देवगति का तथा पहले दूसरे देवलोक के देवों
का बन्धस्वामित्व-यंत्र भवनपति, व्यन्तर और ज्योतिषी देवों का बन्धस्वामित्व-यत्र १६७ नववें से लेकर ४ देवलोक तथा नव अवेयक के देवों ___ का बन्धस्वामित्व-यंत्र
१६९ अनुत्तरविमानवासी देवों का बन्धस्वामित्व-यन्त्र
१७० इन्द्रिय और काय मार्गणा का बन्धस्वामित्व ११-१३ १६८-१७४ एकेन्द्रिय आदि का बन्धस्वामित्व-यन्त्र योग मार्गणा का बन्धस्वामित्व
१३-१७ १७४-१८२
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