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भट्टारक श्री सकलकीर्तिजी विरचित
पन्यमार चरित्र
संस्कृतसे हिन्दी भाषामें अनुवादकर्तास्व. पं० उदयलाल कासलीवाल (बडनगर)
प्रकाशक! शैलेश डायामाई कापड़िया दिगम्बर जैन पुस्तकालय, खपाटीया चकला, गांधीचौक सूरत-३
मागाई।
"गैन विषय" प्रिन्टिग प्रेस, सूरतमें शैलेष
कापड़ियाने मुद्रित किया।
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