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पंक्ति
शुद्धम्
पंक्ति २८
२०७
कुणा सिडिणो
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शुद्धम् परिहविजउ पबल. कप्पसंतुत्ती सूरुपगमे चउ०
له
हढेण
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पृष्ठ २३४ २३८ २४१ २४५ २४६ २४७ २४८
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२१२ २१३ २१५
सूसह चिहउ जमेवंविहं
२९
११
बाहिं
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२५१
२५१ २५१
३१
२५३
विभइ करिहामो निवा-गारि० कुणह मा हण मा हण मा हणिहं लंछे कुडुंब० पउमराएहिं वड्या उवाहणाओ वहुए
१२
२५६
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२१
२१८ २१९ २१९ २१९ २२० २२१ २२२ २२२ २२३ २२३ २२४ २२४ २२४ २२५
२१
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२६
सिरीए बीयजामे रित्तीकाऊण कीरउ तुझुति पडम्मि बाहजीवंती कओ -सामिणो -भुरुकुंडियंगो गरुएहि निय-पुत्तं वंछसे जंबवईए अपच्छासिणो विच्छड्डेण कोडीसहियं -हेजा
३-१८-२०
सवं
२६३ २६४ २६५
२-६ १२
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२२५
१८
वहूए वुड्डीए गहिऊण वोलेह गिण्हसु -कंठम्मि गिण्हा उच्छिदं मिहि -मंतिणो न याणीयह सिद्धी
२६७ २६८ २७० २७१ २७२ २७३ २७६ २७७
२२६ २२६ २२६ २२७ २२७ २२७ २२७ २२८ २३०
२७८
२३
१५
२८४ २८४ २८७ २८९
भुवीव बीओ माहप्पं झाणं च वाहिजति बाह० -पडिकतो
२३
घरे अच्छउ विकमाऽसज्झं
३८
२३२
२९२
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