________________ धातु-रूप कौमुदी / धातु रूपों का बृहद् संकलन / सम्पादक डॉ० राजू (राजेश्वर) शास्त्री मुसलगांवकर (चौ.सं.भ.५७) परिभाषेन्दुशेखरः / नागेशभट्ट कृत / भैरवमिश्र कृत 'भैरवी' टीका तथा लक्ष्मण त्रिपाठी कृत 'तत्वप्रकाशिका' टीका / सदाशिव शर्मा कृत नोट्स / (का. 31) प्राकृतप्रकाशः / वररूचि कृत भामह कृत 'मनोरमा' संस्कृत टीका तथा मथुराप्रसाद कृत हिन्दी टीका उदयराम शास्त्री डबराल कृत नोट्स भूमिका। सं० जगन्नाथ शास्त्री होशिंग (का. 38) प्रौढ़मनोरमा / भट्टोजिदीक्षित कृत। हरिदीक्षित कृत 'लघुशब्द रत्न' भैरवमिश्र कृत 'भैरवी' वैद्यनाथ पायगुंडे 'भाव प्रकाश' तथा गोपाल शास्त्री नेने कृत 'सरला' टीका। अव्ययी-भावान्त (का. 125) रूपचन्द्रिका / शब्द-धातुरुपाणां संग्रहः। सम्पादक- डॉ० राजू (राजेश्वर) शास्त्री मुसलगांवकर (चौ.सं.भ. 56) लघुसिद्धान्तकौमुदी / वरदराज कृत / ‘ललिता' संस्कृत हिन्दी टीका सहित / डॉ० दीनानाथ तिवारी एवम् डॉ० कौशलकिशोर पाण्डेय। (का. 284) वाक्यपदीयम् ब्रह्मकाण्ड / भर्तृहरि कृत। सूर्यनारायण शुक्ल कृत 'भावप्रदीप' टीका तथा नोट्स एवं रामगोविन्द शुक्ल कृत हिन्दी टीका तथा रुद्रप्रसाद अवस्थीकृत परिशिष्ट (का. 124) वार्त्तिकप्रकाशः / अष्टाध्यायी की वृत्ति काशिका के वार्त्तिकों की व्याख्या, आनन्द प्रकाश मेधार्थी। (का. 246) शब्द-रूप कौमुदी। शब्द रूपों का बृहद् संकलन। सं० डॉ० राजू (राजेश्वर) शास्त्री मुसलगांवकर (चौ.सं.भ. 48) चौखम्भा संस्कृत भवन, वाराणसी Jain Education International For Private & Personal use only www.jainelibrary.org