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________________ प्राकृतव्याकरणे १५३ तदश्च तः सोक्लीवे ।। ८६ ॥ तद एतदश्च तकारस्य सौ परे भक्लोबे सो भवति। सो परिसो। सा महिला । एसो पिओ । एसा मुद्धा । सावित्येव । ते एए 'धन्ना । ताओ एआओ' महिलाओ। मक्लीब इति किम् । तं "एअं वणं ।। सि ( प्रत्यय ) आगे होने पर, तद् और एतद् ( सर्वनामों) के तकार का, नपुंसकलिंग न होते, स होता है। उदा.-सो पुरिसो...""मुद्धा। सि ( प्रत्यय ) मागे होने पर ही ( ऐसा स होता है; अन्य प्रत्यय आगे होने पर, स नहीं होता है। उदा.-) ते एए.....'महिलाओ । नपुंसकलिंग न होते, ऐसा क्यों कहा है ? (कारण ये सर्वनाम नपुंसकलिंग में हों, तो ऐसा स नहीं होता है। उदा.-तं......वणं । __ वादसो दस्य होनोदाम् ॥ ८७ ॥ अदसो दकारस्य सौ परे ह आदेशो वा भवति तस्मिश्च कृते अतः सेझैः ( ३.३ ) इत्योत्वं शेषं संस्कृतवत् ( ४.४४८) इत्यतिदेशाद् आत् (हे० २.४) इत्याप् , क्लीबे स्वरान्म से. ( ३.२५ ) इति मश्च न भवति। अह पुरिसो। अह महिला। अह वणं । 'अह मोहो परगुणलहुअयाइ । अह णे हि अएण हसइ मारुय तणओ। असावस्मान् हसतीत्यर्थः। अह कमलमुही। पक्षे । उत्तरेण मुरादेशः । अमू पुरिसो। अमू महिला । अमुं वणं। सि ( प्रत्यय ) आगे होने पर, अदस् (सर्वनाम ) के दकार को 'g' ऐसा आदेश विकल्प से होता है, और वह किए जाने के बाद, 'अतः सेडों:' सत्र के अनुसार आनेवाला ओ, 'शेषं संस्कृतवत्' सूत्र के अतिदेश से 'आत्' सूत्र से आने वाला आ (आप) प्रत्यय, और 'क्लीबे..." सेः' सूत्र से आनेवाला म, ये (तीनों भी विकार ) नहीं होते हैं। उदा० --अह.. .."बहुअयाइ। अह णे ... ...तणमो ( इस वाक्य) में वह हमको हसता है ऐसा अर्थ है । मह कमलमुही। (विकल्प-) पक्ष में :-अगले ( = ३.८८) सूत्र के अनुसार ( अदस् के दकार को ) मु ऐसा आदेश होता है । उदा.----अमू" "वणं । मुः स्यादौ ॥ ८८ ॥ अदसो दस्य स्यादौ परे मुरादेशो भवति । अमू पुरिसो । अमुणो पुरिसा। १. पुरुष। २. प्रिय । ३. ते एते धन्याः । ४. ताः एताः महिलाः ।। ५. तद् एतद् वनम् । ६. असो मोहः परगुणलघुकतया। ७. असौ अस्मान हृदयेन हसति मारुततनयः । ८. कमलमुखी । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001871
Book TitlePrakrit Vyakarana
Original Sutra AuthorHemchandracharya
AuthorK V Apte
PublisherChaukhamba Vidyabhavan
Publication Year1996
Total Pages462
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari, Grammar, P000, & P050
File Size22 MB
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