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कुवलयमाला
स- कुलंगो
कलिय- समान अवस्स जरयम्मि जाइ तिरिए नवरं मय-सिंग समाएँ लेखाए ॥ धणुओरंप- सरिच्छो माया-बंधेहिँ होइ मणुयत्तं । होइ अवस्य देवो ईसी-टंकाऍ मायाए ॥
8 सोहो पिचड विप्पो किमि-राम्रो होइ नील-राम्रो य कदम-राय-सरिच्छो होइ चडत्यो इलिहि प्य ॥ पदमेण होइ गरये बीएण भणेति णवर तिरियतं तण मणुष जो होइ पठाण देवतं ॥ कोयो उच्चेपण पिव-बंधवणासणो णरवरिंद कोनो संतावयरो सोगाह-पद-रंभओ फोनो ॥
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६८०) अनि य कुविनो पुरसो ण गगे अर्थ माणार्थ, ण धर्म णाधम्मं ण कम्मं णाकम्मे ण जसे नाजसं, ण 8 कित्ती णाकित्ती, ण कज्जं णाकर्ज, ण भक्खं णाभक्खं, ण गम्मं णागम्मं, ण वच्चं णावचं, ण पेयं णापेयं, ण बलं णाबलं, ण दोग्गई ण सोग्गई, ण सुंदरं णासुंदरं, ण पच्छं णापच्छे ति । भवि य ।
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बुदवण- सदस्य- परिणिदियरस पयईऍ पाव-सीडस्सा कोयस्स ण जंति व भगवंते साडुणो तेण ॥ जेण, मिच्छा-विषय-कुषियो कोच महापाव-पसर- पडिवो मारेद भायरं भणिदं पि एसो जा पुरिसो ' भणिदं च णरवणा 'भवर्ष ण-वाणिमो को वि एस पुरियो, फेरियो वा किंवा इमेज कर्प' ति । भणिये च गुरुणा । "जो एस तुझ वामे दाहिण -पासम्म सेटिनो मज्झ भमरंजण- गवलाभो गुंजाल रगवण-जु ॥ तिवलि-तरंग - णिडालो-भीसण- भिउडी - कथंत-सारिच्छो । भुमयावलि -भंगिल्लो रोस - फुरंताहरोह जुओ ॥ द- कठिण-जिहुरंगो बीओ कोवो व एस संपत्तो । एएण कोव गहिएण जं कथं तं णिसामेहि ॥
६८८) अधि बहु-कणय-परिये फुड-रण- फुरंत विमल कंति दमिळाण कंवि-देव कोडसे एक ॥ उत्त-कणय-मया फरिहा-पावार-रुचिर-गुण सोहा तम्मि पयासा णयरी कंची कंचि व्यईए ॥ सीए वि य महाणयरीए पुग्वदक्खिणा-भाए तिगाउयमेत्ते रगडा णाम संणिवेसो । सो य केरियो । विंझाड जइसओ दरिय18 मत-महिस- संकुलो, हर-जिलओ जइसओ उद्दाम वसह ढेकंत- रेहिरु, मलय-महागिरिजइसओ दीहर-साहि-सय-संकुलु, 18 हंगणाभोड जसको पवड- गहवद सोहिओ सि । अवि य
क्षण- घण्ण-साल-कलिलो जन-सय-वियरंत-काणणो रस्मो रगड सिंगियो गोल-सय-मिलिय-गोडपणो ॥ सम्मिय जम्म-दहि बहुलीयत परिगजो पंडो कलाबद-कलयलो सुसम्मदेयो ति यस दिनो ॥ तस्य भसम्भो नाम उत्तो सोच बलन्त चेप पेडो चव असो गरियो बढो जिरो रि-ययणो सम्ब विभाग पेय दुरसो अवराहियो क्ष हिंगे व परितात परिभमइ । तस्स तारिसस्स दण सम्भावं पयई व मेहं 24 कथं णामं चंडसोमो त्ति गुण-निष्कण्णं णामं । ता णरणाह, सो उण एसो । इमस्स य गुरुयणेणं सरिस-गुण-कुल-सील - माण- 24 विश्व-विष्णाण विभाणं भन-कुलाने बालिया वैभग-कण्णया पार्णि गाहिया ते वि तस्सेव कुटुंब भारं गिरिविण मूडलोग बाया-परंपरा-मूढा दूसह दालिए-जिग्नेय- णिग्विण्णा गंगाए तित्ययचा- णिमितं विणिग्गया माया-पियरो थि। एसो बि 27 चंडसोमो कम-शिवय-वित्ती जाव जो समारुतो सा विणी इमस्स महिला तारिसे असण-पाण-पावरण-नियंसणा 97 दिए अपने विधि-बिलासे तदा वि जोम्यण विसङ्गमाण- डायना रेहितं पयता भवि च।
भुंजवा सेवा परिजिड जेव तं व मलिने वा भाऊरिय-हाय तारुण्यं सम्यद्दा रम्मं ॥
30 तभो तम्मि तारिसे जोब्वणे वट्टमाणा सा णंदिणी केरिसा जाया ।
जसो जसो वियरह ततो तत्तो व कसिण-धवलार्दि अनि गाम-वान-जयन-जीपाली ६८९) तो इमो पंडसोमो तं च तारिसे 33 समुष्व हि उमाढतो । भण्णइ य,
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पेच्खमाणो अखंडिय कुछ सीताय वितीय अहियं ईसा मच्छर
1 ) P अहवंगवलियओ वच्चर अवस्स, P जाति for जाइ, P संग for सिंग, P मायाए for लेसाए. 2 ) P घणउरंव, मायाव हो, ईसि- 3 ) राइ for राय, P हलिद व्व. 4) बितिरण for बीएण, P भवति for भणति, P तइए माणुसजोणी. 5) J कोहो, P उब्वेवणओ, रंभओ कोओ. 6) ण अणत्थं १ नणित्थं, Jom. णाधम्मं, Pन कामं for ण कम्मं णाअकम्मं P नोकामं, P नयर्स, Jणा अजर्स P णोयसं. 7 ) उणा अकित्ती, ग् णा अकजं, उ णा अभक्खं, णा अगमं. J 8 ) P सोयई for सोग्गई, न पंथ नापंथं ति. 9) P बहु for बुद्ध. 10 ) मेच्छा मिअप्प, पावपडलपसर डो. 11 ) Pom. केरिसो वा, किमेण for किंवा इमेण. 12 ) JP बामो ( ? ), वासंमि for पासम्मि, P गबलातो for गवलाभो. 13) भुनयावल- 14 ) P रूबी for बीओ, P व्व for व, P हियरण for गहिएण, P निसामेद्द. 15 ) दमिलोण कंपि देस पुहवीय P दमिलाकंति निवेस पु. 16) रुइय for रुचिर 17 ) तीय य कंचीय महा', दक्खिणे P पुव्वभक्खिणा- 18 ) P उम्मत्त for मत्त, P हरिणलओ, P व सभकंतरे हिरो० P सहि for साहि. 19 ) P नहंगनाहोउ. 20 ) P वियरत्त काणरणारामो, P ओल for गोडल. 21 ) P बहुलीव, कलहोवबद्ध 22 > P रुदसोनो for भदसम्मो, P चेव चंडो 23 ) P णो वि अण्णे, Pom. य, P तस्स य तारिसयस्स, P सभावपश्यं च डिमेहि. 24 ) P निष्फनं नामं । P ताण for ता, Pom. य, P सीलनाणविदव विज्जाविन्नाणं. 25 ) P पाणी गहिया, J तस्सेय P तस्सेवि. 26 ) P वाय for वाया, P दारिद्दनिव्वेय, P तित्थयत्तार निमित्तं, P मापियरो. 27 > P सो for सा, P पाणे for पाण णिअंसणादि अ असं 28 ) P वि विहव, P -वोसहमाणलायण्ण रेहिउं पयत्ते ।, Jom. अवि य. 29 ) P भुज्जउ, P परिहिज्जिड ई व वत्थं वा, P रुण्णं for रम्मं 30 > वट्टमाणे, P सो for सा. (31) P वत्तो for the first तत्तो. 32 ) १ मक्खंडिय कुलसीलाय वितीय यहिअयं P कुलसीलयवित्तीय अहियं. 33 ) Jom. भण्ण य.
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