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४० उज्जोयणसूरिविरइया
[६८०1 गेयस्स दिण्ण-कण्णो कत्थइ णिहओ सरेण तिक्खेणं । कथइ पलायमाणो भिण्णो सेल्लु-प्पहारेहिं ॥
कत्थइ धावतो च्चिय पडिओ विसमम्मि गिरि-वर-झसम्मि । कत्थइ वण-दव-जालावलीहिँ डवो णिरुच्छाहो ॥ णो णिन्भएण चिणं तण पिणो चेय पाणियं पीयं । ण य णिभएण सुत्तं णरणाह मयत्तणम्मि मए॥ सस-संबर-महिस-पसुत्त गम्मि पुरिसेहिँ मंस-लोहेणं । मंसं बहुसो खइयं फालेउं अंगमंगाई ॥ सर-सत्ति-सेल्ल-सव्वल-णिय-णिक्खित्त-सर-पहारेहिं । बहुसो अरण्ण-मज्झे जीएण णिएण वि विमुक्को । सुय-सारिय-सउणत्ते लावय-तित्तिर-मयूर-समयम्मि । पंजरय-पास-महयं बहुसो मे बंधणं पत्तं ॥ तण्हा-छुहा-किलतेहि णवर वच्चं पि वैफियं बहुसो । जो उण णिवसइ गब्भे आहारो तस्स तं चेय ॥ कजाकजं बहुसो गम्मागम्म अयाणमाणेण । णरवइ भक्खाभक्ख परिहरियं णो भमंतेण ॥ अवि य । दुक्खं जं णारयाण बहु-विविह-महा-घोर-रूवं महंत, होज्जा तं तारिसं भो तिरिय-गइ-गयाणं पि केसि चि दुक्ख । छेजे बंधे य घाए जर-मरण-महावाहि-सोगुद्दयाणं, णिच्चं संसार-वासे कह-कह वि सुहं साह मझं जियाण ॥
अंतोमहत्त-मत्तं तिरियतं को वि एत्थ पावेइ । अण्णो दुह-सय-कलिओ कालमणतं पि वोलेइ ॥ 12 तिरियत्तणाउ मुक्को कहं पि णिच्छुब्भए मणुय-जम्मे । मणुओ ब्व होइ मणुओ कम्माइ इमाइ जो कुणइ ॥
६८१) ण य हिंसओ जियाणं ण य विरई कुणइ मोह-मूढ-मणो । पयइ-मिउ-मद्दवो जो पयइ-विणीमो दयालू य॥
तणु-कोह-माण-माया जीया विरमति जे कसाएसु । मूढ-तव-णियाणेहि य जे होंति य पाव-परिणामा । 16 दट्टण य साहुयणं ण वंदिरे णेय णिदिरे जे य । रंडा दूभग तह दुक्खिया य बंभं धरेमाणी ॥
सीउण्ह-खुप्पिवासाइएहि अवसस्स णिजराए उ । तिरियाण य मणुयत्तं केसि पि अकाम-वसयाण ॥
दारिद्देण वि गहिया धणिय-परद्धा तहा सया थद्धा । सणियाण पडिऊणं मरंति जलणे जले वा वि ॥ 18 जे पर-तत्ति-णियत्ता णवि थद्धा णेय दोस-गहण-परा । ण महारंभ-परिग्गहण-डंभया णेय जे चोरा ॥
ण य वंचया ण लुद्धा सुद्धा मुद्धा जणे ण दुस्सीला । मरिऊण होंति एए मणुया सुकुले समिद्धे य ॥
जे उण करेंति कम्मं णरय-तिरिक्खत्तणस्स जं जोग्गं । पच्छा विरमंति तहिं कुच्छिय-मणुया पुणो होति ॥ 1 मणुयाउगं णिबई पुन्धि पच्छा करेंति जे पावं । ते णरय-तिरिक्ख-समा पुरिसा पुरिसत्थ-परिहीणा ॥
णरणाह इमे पुरिसा तिरिया वा एय-कम्म-संजुत्ता । देवा णेरड्या वा मरि मणुयत्तणे जति ॥
जायति कम्म-भूमीसु अहम-भूमीसु के वि जायंति । आरिय-जणम्मि एके मेच्छा भवरे पुणो होंति ॥ 24 सक-जवण-सबर-बब्बर-काय-मुरुडोडू-गोंड-कप्पणिया । अरवाग-हूण-रोमस-पारस-खस-खासिया चेय ॥
डोंबिलय-लउस-बोक्कस-भिल्ल-पुलिंदंध-कोत्थ-भररूया। कोंचा य दीण-चंचुय-मालव-दविला कुडक्खा य ॥ किक्कय-किराय-यमुह-गायमुह-खर-तुरय-मेंढगमुहा य । हयकण्णा गयकण्णा अण्णे य अणारिया बहवे ॥ पावा पयंड-चंडा अणारिया णिग्घिणा णिरासंसा । धम्मो त्ति अक्खराइं णवि ते सुविणे वि जाणति ॥ एए परिंद भणिया अण्णे वि भणारिया जिणवरेहिं । मंदर-सरिसं दुक्खं इमाण सोक्खं तण-समाण ॥ चंडाल-मिल्ल-डोंबा सोयरिया चेय मच्छ-बंधा य । धम्मस्थ-काम-रहिया सुह-हीणा ते वि मेच्छ व्व ॥
९८२) भारिय-कुले वि जाया अंधा बहिरा य होंति लल्लाया । रुल्ला अजंगम च्चिय पंगुलया चलण-परिहीणा ॥ 30 धणमंत दट्टणं दूरं दूति दुक्खिया जे य । रूविं च मंद-रूवा दुहिया सुहियं च दट्टणं ॥
णरणाह पुरिस-भावं महिला-भावं च के वि वञ्चति । मोहग्गि-सिमिसिमेंता णपुंसयत्तं च पार्वति ॥ 33 दीहाउया य अप्पाउया य आरोग्ग-सोक्ख-भागी य । सुभगा य भगा वि य अवरे अयसाई पावेंति ॥
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1) दिग्णयण्णो, P कत्थर धाययमाणो. 2) Pणइ for वर, P दडो. 3) णिश्चएण for णिग्भएण. ) मांस लोमेण, P मांसं. 5) पहारेहिं, P मजे जीए नीएण. 6) Pसउगत्तो. पासाईयं,Jणे for मे, पत्तो. 7) Pणाम for णवर, P भक्खियं for वंफिय, P जो पुण, P गत्तो for गम्भे. 9) P गमाणं for गयाण. 10) महाबोहिसोगबुयाण. 12) P तिरियत्तणओ चुको, कहिं पि, P पि नच्छुभए, P अणुउ for मणुओ, Pom. होइ. 13) J विरई, न पिर, पयाम्मि मदवो, P निउ for मिउ. 14) अ for तणु, लोहेण कया वि for जीया, णियाणहि. 15)P साहुणयं, रेडायरदुम्भगा दु. 16) P'वासाइयाउ अवसस्स, वि for य. 17) व for वि, Pइदा for थद्धा. 18) परिग्गडमया. 19) Pसुकुले सुमिद्धे. 20) Pजे पुण. 21) मणु आउअं, P पुच्छी पुच्छा करेंति. 23) अकम्म for अहम. 24) J सय for सक, खसखोसिया, चेव. 25) P डोंबय, वोकस P बोकस्स, पुलिध अध, P पुलिंदब्बको चभमररूया, Pय बीण, P कुलक्खा- 26) Pकिकयकराय,P यमुहा गयमुहा, JP तुरया. 27) Pदंडा for चंडा. 28) Pमंदिर. 29) मे for चेय. 30) Jहोति कलाय P हों लल्लाया, J रुलायरामच्चिय, P कल्ला tor रुल्ला. 31) मेह, रूवं for सर्वि. 32) P मोहपि मिसिमिसंता, वञ्चति for पावेंति. 33) Pउ for य in the first two places.
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