________________
६
उज्जोषणसूरिविरहया
[8११
1 झिमिलेगे च सर्वे व तदेव रासो हि इमं राम-रिद्धि-महले असिदं ण सीरइ ति चित्तर झिग अविभाविजत-अक्खरं च उल्लवइ । खलो घई भायहो किर एमहल- रिद्धि जायलिय त्ति मच्छरेण झिज्जर, पयड-दोसक्खराला व अवि कालसप्पु जड्सड, छिड़-मगण-वावडो कुडिल- गहू- मग्गो ब्राहेब भुवंगमो हि पर कमाई छिड्डाई मग्गह, सव्वहा पोट्टेणं च कसइ । खलो घई सई जे कुणइ छिड्डाई, थड्डो व्व भ्रमइ । चिंतेमि, हूं, विसु जइसउ, पमुहरसिउ जीयंतकरो वि । तहेव महुरउ मुहे, महुरं मंतेहिं च कीरइ रसायणं । खलो घई मुहे जे कडुयउ मंतर, 6 घडि वि विसंघइ । हूं, बुज्झइ, वट्टइ खलु खलो जि जइसउ, उज्झिय- सिणेहु पसु भत्तो य । तहेव खलो वि वराभो पीजितो विमुक-हु अयाणंतो य पसूहिं खज्जइ । इयरु घई एकपए जे मुक्कणेहु, जाणंतो जे पसु तह विखज्जइ । किं च भग सवा खलु असुर इस विसिद्ध-ण-परिहरनियो परिष्फुड- साबद-सु-मंडली-गिणिगिणाविट व । 9 त सो विवर किं कुणउ अण्णहो जि कस्सइ वियारु । खलो घई सई जे बहु-वियार-भंगि भरियल्लउ ति ॥ सव्वदा 9 मह पत्तिया एवं फुर्ड भणतस्स संसयं मोतुं । मा मा काहिसि मेर्त्ति उग्ग-भुयंगेण व खलेण ॥ जेण, जारज्जा हो दुज्जणहो दुट्ठ-तुरंगमहो ज्जि । जेण ण पुरओ ण मग्गओ हूं तीरइ गंतुं जि ॥ अवि य ।
1
अकए जि कुइ दोसे कए वि प्यासेह जे गुणे पयडे विहिपरिणामस्स व दुजगस्स को वा न बीदे ॥ मया । कीर कहा-निबंधो भरमाणे दुखणे नगगिकण किं सुचरि
1
विसंबलो मत-करिणाहो ॥
12
१२) होंति सुन थिय परं गुण-गण-गरुयाण भाषण लोए मोनू
नई-गाई कस्थ व शिवतु रथगाई ॥
15 तेण सज्जन- सत्यो य एत्थ कहा- बंधे सोउमभिउत्तोति । सो व सज्जो कइसउ । रायहंसो जइसउ, विसुद्धो भय- 16
12
पक्खो पय-विसेसण्णुओ व । तहेव रायहंसो वि
उम्भड जलावर-सदेहिं पावइ माणसं दुक्खं सजणु पुन जाग जि खल-जलय सभावाई ॥ 18 तेण हसिउं अच्छइ । होइ पुण्णिमाइंदु जइसउ, सयल-कला-भरियउ जण मणाणंदो व्व । तहे पुण्णिमायंदो वि कलंक- 18 दूसिओ अहिसारियाण मण-दूमिओ व । सज्जणो पुण भकलंको सव्व जण - दिहि-करो व्व । अवि मुणालु जइसउ, खंडिजतो वि अक्खुडिय-ह- तंतु सुसीयलो व, तहेब मुणालु वि ईसि - कंडूल- सहाउ जल-संसग्गि वडिओ ध्व । सजणु पुणु महुरसहावु 21 विय- वडिय - रसो व्व । हूं, दिसागओ जइसउ, सहावुण्णउ अणवरय-पय-दान-पसरो व्व । तहे दिसागभो वि मय- 21 वियारेण घेण्पइ, दाण-समए व्व सामायंत वयणो होइ । सज्जणु पुणि भजाय-मय-पसरु देतहो ब्व वियसह वयण-कमलु । होउ सुत्ताहरु जसउ सहाय- विमलो बहु-गुण-सारो व्व तहेव मुत्तादारो वि-िसय-निरंतरो बनव िव समो 24 पुण अच्छिड-गुण- पसरो णायरउ व्व । किं बहुणा, समुद्दो जइसओ, गंभीर-सहाओ महत्थो व्व । तहेव समुद्दो वि 24 उक्ऋलिया-सय-पडसे चि-कलयला तुच्वेविय-पास जो यदुमाय-कुटुंबही जि अशुहरइ सजणु पुन मंधर- सद्दानो महुमहुर- वयण- परितोसिय- जणवड व्व त्ति । अवि य ।
-
J
J
1) दिनजिर सिंग, तहे दिगर सिप वा धर्म गरिन 2) तक्ख, खलु एई, Pom. आयहो, किं एमहल P किर नहल, जायलिअ P जाएलए, P दोसाखरलादुं च. 3 ) P जइसओ, Pom. गइ, J व for , तहे भुअंगमो हि भुगो वि. 4 ) P छिद्दाइ मग्गई, सव्वहं, P पोद्देणं व कसई, P घर सय जे छिद्दर कुणइ ।, P थद्धो, व for व्व, P चिंतेहुं, P जइसओ (in Jउ looks like ओ ) 5 ) P रसिओ, जीअंतकरो वि P जीयंत हरो ब, P मुहरु for मद्दुरं, P व for च, P रसायण, P घयं मुहे जे कडुयउं, कडुअउ मंतउं व 6 ) P घडियई वि विसंघडति, P डो for हूं, Pom. बुज्झइ, P खलो for खलु, Pom. ज्जि, P जइसओ, P सिणेहो, व for य, J तह खलो, Pom. वि, वरउ 7 ) P पीडिजतो, हो, व for य, P एमुहिं for पसूहिं, इअरु P इयरो, घरं घयं P एकपयमुक्कहो, जाणइ जे, ज्जे ए.सु. 8 ) Jom. सम्वहा, P चुलो, P जइसओ, P परहरगिज्जो, "फुड, गद्ध for खुड्डु, मण्डली, J व for व्व. 9 ) P अण्णहेव करसर, विभारु, विआर, भंग भरिल्लउ, भरिअल उ. 10 ) पत्तिआसु, P सुयणा for एयं,' भणन्तस्स, भुअंगेण, P वि ( for व ) खलणेण. 11 ) Jजा अहो, P जेण नरायहो, P जि for ज्जि, P 2nd line thus : द्द ण अग्गिए पच्छिए गंतुं हुं तीरइ - 12 ) Pन for ण. 13 ) P कीर, विद्धो P निबंधो, Pमाणो, उ णाहो ॥ छ ॥ 14 ) होन्ति सुचिय, गरुभाण भाऊण, P निव, P रयाणाई. 15 ) JP चेय, बद्धे, P "मभिगउत्तो, P सोव्व, P कइसओ (in 3 उ and ओ look alike ) P जइसओ 16 ) P ण्णुउ ब्व, तह. 17 ) P माणस, P सब्जी, पुणु, P ने for जि, सहावई सभावाहि. 18 ) JP होउ, मायंदु P माइंदो जइसयल, P हरिओ for भरियउ, J adds जगाण जण, om., P तयपु, माइंदो. 19 ) P अहिसारियाजणदूसिउब्व, P जइसओ. 20) 'डियनरतंतु सुसीतलो, P व्व for व, तईसकंदुलसहावो, उ बढिओ व P वडिउ ब्व, P सज्जगो पुण, P सहावो 21 ) वियड, रसो व P हु, सहाउण्णओ P सहावुन्नउ, J व for व्व. 22 ) विभारेण स for व्व, P सज्जणो पुण, व for व्व, विअसर 23 ) P होइ, P हारो, सओ, P गुणसीरो, व for व्व, 3 तहे, Jom सय, JP निरंतरो, व for व्व. 24 ) P अच्छिदुगुणपयरो णो, वह for व्व किं, J समुद्द, P सहावो, उ व for ब्व, लिया, णिच्चु १ निश्च, P वुवेविपयासजाणो, व for ब्व, P कुटुंबद्दो, Pom. जि, सज्जो, पुष्णिमथिर.
J
तहे.
J
25 ) om. व.
26)
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org.