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उज्जोवणसूरिविरइया
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1 तं च सोऊणं हरिस-वस-विय समाण- लोयण- जुवलो राया भणिउं पयत्तो । 'सज्जेह जाण - वाहणाई, अंतेउरिया जणस्स सम्व - - 1 रिही भगवंता उपन्न केवल वर- वंदामिचि भणिक पपतो बहु-जान-बाण-पूरमाण महिलो संपतो व
3 भगवओ सयासं । थोऊण य पयत्तो। कह
जय धम्माण करवाल सूडियासेस-कम्म-रिज सेण जय जय स्वय-नाणमत-जाणिवासेस-परमत्व ॥ ति भणमाणेण वंदिनो भगवं केवली राणा राया विष्णो व पुरनो अण्णे वि व रायाणो भड-भोइया व नायर-जणो व राय-ध्वा विममं पेनुं चैव तत्थ उदगया। मए वि संधुभो भगवं स-बुद्धि-विवे। भवि य
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जय विजय-सल परीसदोवसा जय निष-मय-मोह जय मिलिय-दुजय-काम-बाण जय विमल-गाण-घर ॥ त्ति भणिऊण पणमिओ मए वि भगवं केवली । णिसण्णा य राय दुहिया ममं पुरओ णिमेऊण । केवलिणा वि भगवया 9 कय- कायव्य-वावारेणं बोली- लोय मागेण वा वि किंपि कतरं पेमाणेण भणियं । अवि य ।
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जर-मरण-रोग-ए-मल-किलेस बहुलम्म नर संसारे तामा कुह पमार्थ देवाणुपिया इमम्मि जिण मग्गे
सिर जयम्मि वि धम्मं जिग- देखिये मोजु ॥ संसार-भव-समुहं जइ इच्छद अप्पणा तरि ॥
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२१० ) एत्यंतरम्मि समोवइया दोण्णि णील-पीय- वाससा विष्फुरंत मणि-किरण-कणय-भासुरालंकार-सोहिया 12
बिजाहरा ।
निम्मल करवाल-करा फुरंत मणि- रयण-किरण- सोहिला गयणाओ ओबया सहसा विजाहरा दोणि ॥
15 ते य भगवंत केवलिं पयाहिणं करेमाणा समोइण्णा । वंदिओ य भगवं सविणय-ओणय - करयल-दल-मडलमंजलिमुत्तिमंगे 15 निमेऊन सिणा व पापमूळे भगवओो । सुद्ध-सिहं भणिये 'भगवं, का उन स' ति भणिय मेते राइना मिगुणा सवेहि य णायर एहिं भणियं । 'भो भो विज्जाहरा, सा उण का जं तुभेहिं भणियं का स' त्ति भणिए, तेहि य पलत्तं ।
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18 'अम्हे बेय-गिरिवराओ सम्मेय सिहर गया। तत्तो सजयं चठिया तत्व वचमाणेहिं विंश-गिरि-सिहर-वर्णतराले भीमे 18 माणुसे भरण-पसे, जत्थ अम्दे वियण गोयरा भीवा शत्ति बोलेमो, जम्मवार दक्खिणे फूले दि म मय-तू । ता च मम्माग्या एका का वि भयलीय- वृष्ण-लोयणा समुभिक्षमाण-पओहर-भरा भन्विगग-लोवणा मयाणं अणुम 21 वांती बाला । तं च दट्ठण चिंतियं अम्हेहिं । 'अहो, महंतं अच्छरियं' चिंतयंता भवइण्णा । भणिया य अम्हेहिं । 'भो भो 21 बालिए, किं एत्थ अरणम्मि तुर्म एक्का, कत्थ वा तुमं भागय' त्ति भणिया य समाणी मुरलारण्ण-मय- सिलिंब - युण्ण-लोलसोयणा महिययरं पलाइ पत्ताण व ते मया तीए उम्बियंति तेहिं पेय समं सा संगयति। तो अम्बे दु 24 चिंता भणमाणाणं चेय महंस गया वर्णवराले तो जम्देहिं चितिये 'अहो, किंपि अकारण, सम्वद्दा को वि 24 असय-गाणी म्हेहिं पुच्छिन्दो' ति । तभो भगव एत्थ दिट्ठो तेग पुच्छिये अम्देहिं 'भगवं, का उण स' चि भणियं राणा पिउणो 'भगर्व, अम्हाणं पि कोडयं जाये ता पसीयसु सासु' ति । २११) भगवं साहिउं पयतो ।
पिडा पुरीणं लोकम्म विपयत जसद्वारा धवलुलुंगमणहरा उयणी पुरवरी रम्मा ॥
जीव य मणहर-गीय-रव-रम्मई भवणई, भवन- माला-विभावियई रावबहई, रायवद-सोहिनो विपणि-मग्गु विवणि-मा30 रेहिरई गोउरदार, गोउरदार- विराइयई पागार- सिहरई, पागार- सिहर उजिर फरिदा बंधई ति जन्ध व रेहति फरिइड 30 निम्मल-जल-तरंगेहिं, जल-तरंगई पि सोति वियसिय-सुरहि-कुसुमेहिं, कमल विजयंति भमिर- भमरवलेहिं भमर
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6)
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for कणय.
1) P मंते for अंते. 2 ) P भगवओ तायरस उत्पन्नं, Pom. य before पयत्तो. 4) बितासेस, P adds अय after जय. 5 ) Pom. राणा, Jom राया, P अन्नो वि, ण for य before नायररायधूअवि, Pom. ममं, P घेतुं 3 चेअ, P om. तस्थ, P बुद्धि for सबुद्धि 7 > P सयमलपरीसहोवसहोवसग्ग, हिमलमय मोहा णाणवर 8 ) णिसण्णो, P मं for ममं. 12) दुण्णि (१) for दोण्णि, I om. किरण, P किणिय 14 ) P उवईया 15 ) Pom. य, P केवलि, सविणओणय, उत्तिमंगे for मुत्तिमंगे. 16 ) नमिऊण for णिमेऊण, I adds r before भणियं, मिउणो for त्रिगुणा 17 ) Pom. one भो, कज्जं for का जं, भणितं का ? भणियं तं का, Jom. य. P सेतुजं. 18) सfor ततो 1993 यपसे तस्य for थ गोयरे, यन्ति [for शान्ति, P P J णम्मयाय. 20 ) P मलयलीव पुनलोयणा समुज्झिज्जमानपओ भरभरा तओम्विग्ग 3 भयुब्विग्ग. 21 ) 3 अच्छरीयं, P तिता 22) Jom. किं, P एक्को, Jom. य. 23) पयतो, om. तीए, समं सा संगया P समं समागय, om. ति, उ. अ. 24) चिंतेता, P भणमाणेणं. 25 ) P दिट्ठ: 26 ) Jom. च, P भि गुणा for पिउणो, Padds अम्हा before अम्हाणं, पसिअसु. 27 ) adds भणिओ before भगवं. 28 ) P तिलोकंमि, P जस्स पम्भारा for जसहारा 29 ) जिअ for जीय, रम्मा भवणाई, P विरवियहं रायनिवहई, Jom. विणिग्गु P विपणिमग्गु विपणि 30 ) Pom. गोउरद्दार, P गोउरदार, विविअ पाया पायार, P छज्जिरवं परिहा, P कत्थ for जत्थ, P फरिहाउ 31 ) मि for पि, कमलेहिं for कुसुमेहिं,
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P कमल विय अग्घंति, P भमरभलेहिं भमर कुलई विरायंति
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