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उज्जोयणसूरिविरइया
[६१५५जण-लजणय पितहा बुहयण-परिणिदियं चिलीणं पि । जसोडीरा पुरिसा रमति तं पाव-सत्तीए॥
जइ तीरइ काउं जे पडिहत्थो विंदुएहिं जलणाहो । ता काम-राय-तित्तो इह लोए होज जीवो वि ॥ 3 कटुिंधण-तण-णिवहेहिँ पूरिओ होज णाम जलणो वि । ता कामेहि वि जीवो हवेज तित्तो ण संदेहो॥
उत्तुंग-पीण-पीवर-थण-भारोणमिय-तणुय-मज्झाहिं । सग्गे वि भए रमियं देवीहिँ ण चेय संतोसो।। माणुस-जोणीसु मए अह उत्तिम-मज्झिमासु णेयासु । रमियं तहा दि मज्झं रोरस्स व णस्थि संतोसो॥ इय असुई-संबंध मुंचसु मोहं ति पाव रे जीव । चिंतेसु जिणवराण आणं सोक्खाण संताणं ॥ इह कोह-माण-माया-लोहं मोहं च दुह-सयावासं । परिहरियव्वं बहु-सिक्खिएण एवं जिणाणाए ॥त्ति ।
६१५६) एत्थंतरम्मि सूरो सोऊणं धम्म-देसणं गुरुणो । पच्छायाव-परद्धो अह जाओ मउलिय-पयावो॥ इमाए पुण वेलाए वट्टमाणीए अत्थगिरि-सिहर-संगमूसुएसु दिणयर-रह-वर-तुरंगमेसु अभिवंदिऊण भगवओ चलण-जुवलयं . राया पुरंदरदत्तो वासवो य महामंती पविट्ठा कोसंबीए पुरवरीए । सेस-जगो वि जहागओ पडिगओ। साहुणो वि भयवंते
संपलग्गा णियएसु कम्म-धम्म-किरिया-कलावेसु । तओ 12 अथिइरि-णिहिय-हत्यो अहोमुहो गयण-हुत्त-पाइल्लो । मत्थुत्थल्लं दाउं वालो इव ववसिओ सूरो॥
संझा-वह' णज्जइ गयणाहिंतो समुद्द-मज्झम्मि । णिय-कर-रज-णिबद्धो सूरो कुडओ व्व ओयरिओ॥
अह मउलिय-प्पयावो तम-पडलंतरिय-किरण-दिटिल्लो । संकुइय-करोइय-थेरओ व्व जाओ रवी एसो॥ 16 जायस्स धुवो मच्चू रिद्धी अवि आवई धुवं होइ । इय सातो ब्व रवी णिवडइ अत्थगिरि-सिहराओ॥
पाडिय-चंडयर-करो कमसो अह तविय-सयल-भुवणयलो । सहसा अत्थाओ चिय इय सूरो खल-णरिंदो व्व ॥ अह दिणयर-णरणाहे अथमिए णलिणि-मुद्ध-विलयाहिं । पल्हत्य-पंकय-मुहं अव्वो रोउ पिव पयत्त ॥ दट्टण य णलिणीओ रुयमाणीओ व्च मुद्ध-भमरेहिं । अणुरुवइ बालेहि व सुइरं रुइरे जगणि-सत्थे॥ उय मित्तस्स विओए हंस-रवुम्मुक्क-राव-कलुणाणं । विहडइ चक्काय-जुयं अव्वो हिययं व णलिणीण ॥
सूर-णरिंदत्थवणे कुसुंभ-रत्तंबराणुमग्गेण । कुल-बालिय व्व संझा अणुमरइ समुद्द-मज्झम्मि ॥ 1 अवि य खल-भोइयस्स व वहू-पणइयण-पत्थिज्जमाणस्स ईसि अंधयारिजंति मुहाई तम-णिवहेण दिसा-बहूर्ण, मित्त- 21 विओयाणल-डज्झमाण-हियथाई व आउलाई विलवंति सउण-सत्थाई, ईसालुय-णरिंद-सुंदरीओ इव पडिहय-दूरप्पसराओ दिट्ठीभो त्ति । अवि य । अत्थं गयम्मि सूरे तिहुयण-घर-सामिए व्व कालगए । रोवंति दिसि-बहूओ जण-णिवहुद्दाम-सद्देण॥
६१५७) ताव य को वुत्तंतो पयत्तो भुवणयले । अवि य पडिणियत्तई गोहणई, जिग्गयाइं चोर-वंद्रई, आवासियई पहिय-सत्थई, उक्कंटियई पंसुलि-कुलई, संझोवासणा-वावडई मुणिवर-वंद्रई, विरह-विहुरई चक्कवायई, समूससियई 27 णारी-पुरिस-हियवयई, गायत्ती-जव-वावडई बंभण-घरई । मूएलिहोंति कायल, पसरति घूय, चिलिचिलेंति पिंगलओ,
संकुयंति सउणा, वियरंति सावया, किलिकिलेंति वेयाला, पणञ्चति डाीओ, परिकमंति भूया, रडंति भसुयओ त्ति । अचि य ।
वच्छंतरेसु सउणे णिद्दा-भर-मंथरे णिमेऊणं । कच्छंतरम्मि बाले सोवइ जणणि व्व वण-राई॥ एरिसए समयम्मि के उण उल्लावा कत्थ सोऊण पयत्ता । डझिर-तिल-घय-समिहा-तडतडा-सद्दई मंत-जाय-मंडवेसु,
गंभीर-वेय-पढण-रवई बंभण-सालिसु, मणहर-अक्खित्तिया-गेयई रुद्द-भवणेसु, गल्लफोडण-रवई धम्मिय-मढेसु, घंटा-डम१० रुय-सइई कावालिय-घरेसु, तोडहिया-पुक्करियई चच्चर-सियेसु, भगवगीया-गुणण-धणीओ आवसहासु, सब्भूय-गुण-रइयई।
1) P बहुयण- 2) P काओ for काउं, पडहच्छो , P तो for ता, तत्तो. 3) Pणाम जणाम जलणो, मि for वि, P जीवा, P तित्ता. 4) P adds घणपीवर before थणभारो. 5)P अहमुत्तिम, J तहवी, P वि for व, P संदेहो for संतोसो. 6) J असुइमं संबोज्झ मुंच मोहो त्ति, P संबंधो.7) Pलोभ, जिणाणाएं ति.9) Padds य before पुण, Jom. वट्टमाणीए, P दिशवर, P अभिनंदिऊण भगवतो चलणजुयलं. 10) कोसंबीपुर',Jom.वि, Pom. पडिगओ, P भगवंतो संपल याणियएसु. 12) P अत्थगिरि, Pom. मुहो, J मच्छुत्थलं P मछुत्थल, P पवसिओ. 13) संझाववहूणज्जइ, P नियकर केया बद्धो सूरो कडओ, J ओसरिओ ओयरिहो. 14)J -पयावो, पत्थोय for किरण, P repeats करोइय, Pथेरय ब्व. 15)P
व for अवि, P उदयत्थ for अत्थगिरि. 17) Pनलणि-, P मुहं अहो रोत्तं पिव. 18) रुइरो जणणिसत्थो. 19) हंसरवमुक्क, चुकाय. 20) P नरिंदत्यमणे, P रत्तंबराणमग्गेण, P अणुसरइ समुज्झमि ।।. 21) होइयस्स, P बहू (बहु?), P पणईयण, दिसावहूं. 22) Jom. आउलाई, Pईयालुनरिंद, I दूरपसराओ, P दूरप्पसरा दिट्ठीओ. 25) पडिनियत्ताई गोणाई, P वंद्रा आवसियाई पह्यणसत्थाई । उकठियाई. 26) F कुलाई, P वावले for वावडई and repeats अवि य पडिनियत्ताई etc. to संज्झोवासणावावडाई. 27)P चोर for णारी, Pगायंति जाव वावडई, P संघाई for घरई, सुयंती for मूएल्लि, Pघूया. 28) P सउणविरयरंति सावय, P परिभमंति, भुसुओ for भसुयओ. 30) सउणा, I भय for भर, P सोयह जइ जणणि. 31) एरिसे य, Pदज्झिर, P सह. 32)P बंभाण सालोतु, J अक्खित्तिआअई, P गेयाई,P गलप्फोडण. 33) P कालालिय, P-चुकरिथई, सिसिवेसु, गुणणवणउ आव, गुणरइ.
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