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अर्जुन
श्रलक्ख
उद्रायण
कनकध्वज
करकडू कृणिक
गागलि
चंडप्रद्योत
चेटक
परिवार ५१४, राज्यारोहण ५१५, कूणिक और भगवान् महावीर ५१५, वैशाली से युद्ध २१६, स्तूप के सम्बंध में कुछ विचार ५२२,
जय
जितशत्रु
दत्त
दधिवाहन
दशार्णभद्र
दशार्ण ५४३
द्विमुख
( १५ )
धनावह
नग्गति
नमि
वणियागाम १३६, चम्पा ५३६, वाराणसी ५३६, चालभिया २३७, कंपिलपुर ५३७, पोलासपुर ५३७, सावत्थी ५३७, काकंडी ५३७, लोहार्गला ५३८ ।
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