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________________ वैशाली-अभिनंदन-ग्रंथ (वैशाली-संघ, वैशाली, १९४८ ई०) प्रेमी-अभिनंदन-ग्रंथ (प्रेमी-अभिनंदन-ग्रंथ-समिति, टीकमगढ़, १९४६) द्विवेदी-अभिनंदन-ग्रंथ (नागरी-प्रचारिणी सभा, वाराणसी, १९९० वि.) नेहरू-अभिनंदन-ग्रंथ (विश्वनाथ मोर, १९४६ ई०) भारतीय अनुशीलन, ओझा-अभिनंदन-ग्रंथ (हिन्दी-साहित्य-सम्मेलन, १६६० ई०) शूब्रिग-अभिनन्दन-ग्रंथ, हेम्बर्ग १९५१ ई०) एशियाटिका-वेलर-अभिनंदन-ग्रंथ (लिपजिग, १९५४ ई०) प्राचीन भारतवर्ष नुं सिंहावलोकन (गुजराती) आचार्य विजयेन्द्र सूरि (यशोविजय-ग्रंथमाला, भावनगर ) हस्तिनापुर (हिन्दी) (यशोधर्म मंदिर, बम्बई) अंग्रेजी ज्यागरैफी आव अर्ली बुद्धिज्म ( अंग्रेजी) डा० विमल चरणला-लिखित (लंदन, १९३२) ए गाइड टु स्कल्पचर्स इन इंडियन म्यूजियम, २ भाग (दिल्ली) पोलिटिकल हिस्ट्री आव इण्डिया (अंग्रेजी, ५-वाँ संस्करण) रायचौधरी लिखित (कलकत्ता-विश्वविद्यालय) हिस्टारिकल ज्यागरैफी आव इण्डिया (अंग्रेजी) विमलचरण ला-लिखित (सोसाइटी एसियाटिक द' पेरिस, १९५४ ई०) ट्राइब्स इन ऐंशेंट इण्डिया (अंग्रेजी) विमलचरण ला-लिखित (भंडारकर ओरियंटल इंस्टीटयूट, पूना, १९४३ ई०) इण्डालाजिकल स्टडीज (अंग्रेजी) भाग १, २ विमलचरण ला-लिखित (इण्डियन रिसर्च इंस्टीटयूट, कलकत्ता) . इण्डालाजिकल स्टडीज, भाग ३, विमलचरण ला-लिखित (गंगानाथ झा रिसर्च इंस्टीटयूट, प्रयाग) ४३ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001854
Book TitleTirthankar Mahavira Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijayendrasuri
PublisherKashinath Sarak Mumbai
Publication Year1960
Total Pages436
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Biography, History, Story, N000, & N005
File Size20 MB
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