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________________ सहायक ग्रन्थ जैन-आगम अङ्ग आचारांग सूत्र-शीलांकाचार्य वृत्ति युक्त भाग १, २ । (सिद्धचक्र साहित्य प्रचारक समिति, बम्बई) आचारांग सूत्र–टीका दीपिका सहित सानुवाद (बाबू धनपतसिंह का मुर्शिदाबाद, सं० १९३६ वि०) श्री आचारांगचूणि—जिनदासगणि महत्तर-रचित (श्री ऋषभदेवजी केशरीमलजी श्वेताम्बर संस्था, रतलाम) आचारांग सूत्र--जैकोबी-कृत अंग्रेजी अनुवाद, (सेक्रेड बुक्स आव द' ईस्ट, वाल्यूम २२, १८८४ ई०) आचारांग सूत्र-गुजरातीअ-नुवाद सहित, अनु. प्रो. रवजीभाई देवराज (राजकोट, १९०६) आचारांग सूत्र-प्रथम श्रुतस्कंध हिन्दी अनुवाद सहित, अनु. मुनि सौभाग्यमलजी (उज्जैन) __ श्रीमत्सूत्रकृतांगम् भद्रबाहु स्वामि-निर्मित नियुक्ति तथा शीलांकाचार्य विहित विवरण युक्त, भाग १, २ (गौड़ीजी, बम्बई) __ श्री सूयगडांग सूत्र-टीका दीपिका सहित सानुवाद (बाबू धनपतसिंह का, सं० १९३६ वि०) सूत्रकृतांग जैकोबी कृत अंग्रेजी अनुवाद (सेक्रेड बुक्स आव द' ईस्ट, वाल्यूम ४५, १८६५ ई.) सूयगडं डा० पी० एल० वैद्य-सम्पादित (पूना) श्रीमत्स्थानांग सूत्र-अभयदेव सूरि-विवरण युक्त - (भाग १, २ (आगमोदय समिति, सं० १६७५-१६७६ वि०) २३ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001854
Book TitleTirthankar Mahavira Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijayendrasuri
PublisherKashinath Sarak Mumbai
Publication Year1960
Total Pages436
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Biography, History, Story, N000, & N005
File Size20 MB
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